नेपाली दम्पति पर पिस्तौल तान लुटेरों ने लूटा कैश व जेवर, पुलिस ने चलाया 3 घंटे सर्च आप्रेशन

punjabkesari.in Sunday, Sep 09, 2018 - 10:26 AM (IST)

अमृतसर(संजीव): पुलिस चौकी रानी का बाग से 20 कदम की दूरी पर स्थित एक कोठी के आऊट हाऊस में रह रहे नेपाली दम्पति पर पिस्तौलें तानकर 3 अज्ञात नकाबपोश लुटेरे 35 हजार रुपए की नगदी, 4 तोले सोने के जेवरात, 2 मोबाइल फोन व कानों की बालियां लूट ले गए। 

दोपहर 12:30 बजे 3 अज्ञात हथियार बंद लुटेरे कोठी के अंदर घुसे 

लूट की यह वारदात दिन-दिहाड़े हुई एक तरफ रानी का बाग पुलिस चौकी है तो दूसरी ओर आई.बी. कार्यालय। जहां हर समय सुरक्षा गार्ड तैनात रहते है। दोपहर 12:30 बजे के करीब 3 अज्ञात हथियार बंद लुटेरे कोठी के अंदर दाखिल हुए। उस समय कोठी के आऊट हाऊस में रहा नेपाल निवासी कृष्ण कुमार व उसकी पत्नी संगीता अकेले थे। लुटेरों ने यह कहकर उनके कमरे का दरवाजा खुलवाया कि वह बाबा बूड्ढा साहिब से आए हैं। कोठी का मालिक महिन्द्र सिंह गिल जो कई वर्षों से विदेश में रह रहा है, के रिश्तेदार भी बाबा बूड्ढा साहिब रहते है।

यह सुनकर जब कृष्ण कुमार ने दरवाजा खोला तो तीनों में से 2 लुटेरों ने नेपाली दम्पति पर पिस्तौले तान दी और जान का हवाला दे सब कुछ निकालने को कहा। कृष्ण कुमार की पत्नी संगीता इस कदर घबरा गई कि उसने तुरन्त अलमारी से 35 हजार रुपए की नगदी व सोने के जेवरात लुटेरों के हवाले कर दिए। इसके बाद लुटेरों ने उसकी बालियां व कमरे में पड़े दोनों मोबाइल भी उठाए और कोठी के अंदर दाखिल हुए। जैसे ही लुटेरे कोठी के अंदर गए नेपाली दम्पति भागता हुआ घर से बाहर निकल आया और जोर-जोर से शोर मचाया, जिसके बाद वह पड़ोस में रह रहे पूर्व पार्षद नीरू सहगल के घर पर गए। उन्हें वारदात के बारे में बताया, जिस पर तुरन्त पुलिस को सूचित किया गया। 

लूट की आड़ में परिवार पर हमला
पूर्व पार्षद नीरू सहगल व उसके पति वरिष्ठ भाजपा नेता दीपक सहगल ने आरोप लगाए कि  लूट की आड़ में उनके परिवार पर हमला किया गया है। लुटेरे उन्हें नुक्सान पहुंचाने की नीयत से कोठी में दाखिल हो उनके घर की छत पर आए थे। जैसे ही उन्हें इस बात का पता लगा वह भी घर से बाहर निकल आए व तुरन्त पुलिस को सूचित किया। 

लुटेरे घरों की छतों पर चढ़कर हुए फरार
दिन-दिहाड़े रानी का बाग में हुई लूट की उक्त वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत की स्थिति बन गई। अब पुलिस लुटेरों के कोठी से फरार होने का सुराग निकाल रही थी। 3 घंटों तक पुलिस का सर्च आप्रेशन चलता रहा, जिसके बाद इस बात की पुष्टि की गई कि लूटेरे घरों की छतों पर चढ़कर फरार हुए है। पुलिस ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन घरों की छतों को खंगाला पुलिस को यह भी डर था कि हथियारबंद लुटेरे कहीं किसी के घर की छत पर न छीपे हो और पुलिस को देखते ही गोली चला दे। 

क्या कहना है ए.डी.सी.पी. का?
ए.डी.सी.पी. लखबीर सिंह का कहना है कि जिस कोठी में वारदात हुई उसके पड़ोस में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे की फुटेज को देखा गया है कि जिसमें लुटेरे कोठी के अंदर दाखिल होते हुए दिखाई दे रहे हैं। अब मोहल्ले में लगे अन्य कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है, जिससे जल्द ही लुटेरों की पहचानकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

16 साल से घर के आऊट हाऊस में रह रहा है नेपाली दम्पति 
लूट का शिकार हुआ नेपाली दम्पति 16 साल से कोठी के आऊट हाऊस में रह रहा है। कोठी की देखभाल की सारी जिम्मेदारी नेपाली कृष्ण कुमार पर है, जो घर के बाहर ही न्यूडल्स व बर्गर की रेहडी लगाता है। घर का मालिक विदेश में रहता है। क्या लुटेरे लूट की नीयत से ही दाखिल हुए थे या लूट के पीछे कोई ओर मकसद था। यह एक गहन जांच का विषय है, क्योंकि अगर नेपाली दम्पति कोठी छोड़कर यहां से चले जाते हैं तो इस कोठी की देखभाल करने वाले कोई नहीं रहता। 

हथियार जमा करवाएं असला धारक 
जिला परिषद एवं पंचायत समिति के चुनावों के मद्देनजर सभी असला धारकों को अपने अपने हथियार जमा करवाए जाने के निर्देश डी.सी.पी. अमरीक सिंह पवार द्वारा जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी लाइसैंस हथियार अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन और गन हाऊस में जमा करवाएं।

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