शराब फैक्टरियों में निगरानी के लिए अध्यापकों की ड्यूटी लगाने पर हुआ बवाल

punjabkesari.in Friday, May 22, 2020 - 02:27 PM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत): ज़िला गुरदासपुर में शराब फैक्टरियों में उत्पादन की निगरानी के लिए डिप्टी कमिशनर गुरदासपुर की तरफ से अध्यापकों को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात किए जाने पर बवाल खडा हो गया। इस तरह की ड्यूटी पर लगाए जाने कारण अध्यापक संगठनों ने ऐतराज़ जताया है और अध्यापकों को इस तरह की ड्यूटी पर न लगाए जाने की माँग की है। हालांकि अध्यापक संगठनों के ऐतराज़ पर डिप्टी कमिशनर की तरफ से तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई परन्तु यह मामला शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला के ध्यान में आने के बाद उन्होंने तुरंत डिप्टी कमिशनर गुरदासपुर के साथ संपर्क किया और उनको अध्यापकों की इस काम पर लगाई गई ड्यूटी के निर्देशों को तुरंत वापिस लेने के लिए कहा। शिक्षा मंत्री के निर्देशों पर डिप्टी कमिशनर गुरदासपुर की तरफ से सोमवार को अपने तरफ से जारी किये उक्त निर्देशों को रद्द कर दिया गया है। ध्यान रहे कि राज्य में ऐफीडेविट एक्ट लागू होने के बाद पंजाब सरकार के कई सीनियर मुलाजिमों को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के तौर पर डैज़िगनेट किया गया था, इनमें ओर विभागों के मुलाजिमों साथ-साथ सरकारी अध्यापक भी शामिल थे। डिप्टी कमिशनर गुरदासपुर की तरफ से उक्त अध्यापकों की ड्यूटी गुरदासपुर ज़िलो में पड़तीं शराब फैक्टरियों की स्पलाई और उत्पादन पर निगरानी रखने के लिए लगाई गई थी।

इस मौके ज़िला प्रधान हरजिन्दर सिंह वडाला बांगड़ और अध्यापक नेताओं ने कहा कि प्रशासन की तरफ से शराब की फ़ैक्टरियों में एलकोहल की स्पलाई की निगरानी के लिए अध्यापकों की लगाईं ड्यूटियों अध्यापकों के रुतबे और मान -सत्कार को ठेस पहुँचाने वाला कदम है। उन आधिकारियों को कहा कि यदि यह ड्यूटियों रद्द न करवाई तो वह अब से ही धरना शुरू कर देंगे। अध्यापक ऑनलाइन पढ़ाई और दाख़िले , किताबें बाँटने समेत ओर कई कामों में लगे हुए हैं। उनहोने कहा कि पहले ही अध्यापकों को पुलिस नाकों पर तैनात कर प्रशासन ने गलत फ़ैसला किया था परन्तु अब शराब की फैक्टरियों में उनकी लगाईं ड्यूटियों को बिल्कुल सहन नहीं किया जा सकता।

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Tania pathak