कृषि अध्यादेश संसद में पेश करने से शिअद का झूठ बेपर्दा हुआ: कैप्टन

punjabkesari.in Tuesday, Sep 15, 2020 - 07:11 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज कहा कि केंद्र की तरफ से कृषि अध्यादेशों को कल संसद में पेश करने के साथ ही शिरोमणि अकाली दल का राज्य की किसानी के हितों की रक्षा करने के दावों के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल के इन अध्यादेशों को सदन में पेश करने को टालने की अपील के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने इन अध्यादेशों को संसद के सत्र के पहले ही दिन पेश कर दिया। इससे सिद्ध होता है कि अकाली इस मुद्दे पर ड्रामेबाजी कर रहे थे। 

कैप्टन ने कहा कि वास्तविकता यह है कि अध्यादेश पेश किए जाते समय सुखबीर सिंह बादल सोमवार को सदन से बाहर थे, जिससे सिद्ध होता है कि अकाली दल के प्रधान की तरफ से सारा नाटक किसान संगठनों को छलने के लिए रचा गया था, जिन्होंने अध्यादेशों का सख्त विरोध करते हुये केंद्र सरकार के खिलाफ कमर कसी हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे साफ झलकता है कि किसानों और राज्यों के हितों को अनदेखा करते हुए साजिश रची गई जबकि कृषि संविधान के अनुसार राज्यों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, ‘नहीं तो सुखबीर संसद के पहले ही दिन गायब क्यों रहते।' मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल के प्रधान को अच्छी तरह पता था कि यह अध्यादेश जिन पर अकाली दल ने भी मोहर लगाई है, कानून बनाने के लिए संसद में लाए जाएंगे।

कैप्टन ने आरोप लगाया कि इन अकालियों ने विधानसभा के एक दिवसीय सत्र के दौरान भी यही हथकंडे अपनाए थे और अध्यादेश विरोधी प्रस्ताव के हक में वोट से बचने के लिए उस समय अकाली दल अनुपस्थित रहा था। कैप्टन ने आरोप लगाया कि शिअद अब अध्यादेशों संबंधी स्पष्टीकरण और संशोधनों का नाटक रच रहा है जिससे किसान संगठनों और यूनियनों को बहलाया जा सके। इसीके साथ मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी के नेताओं हरपाल सिंह चीमा और अमन अरोड़ा की तरफ से कृषि अध्यादेशों के मामले में कांग्रेस और अकाली भाजपा के दरमियान सांठगांठ के आरोप लगाने के बयानों की खिल्ली उड़ाते हुये आप नेताओं को अपना मुंह खोलने से पहले तथ्यों की जांच करने के लिए कहा।

Mohit