ब्रेन वाश कर साधु ने खेला इस शख्स के साथ खौफनाक खेल, पुलिस भी रह गर्इ हैरान

punjabkesari.in Saturday, May 19, 2018 - 02:05 PM (IST)

जालंधर (मृदुल): शहर के एक बड़े समुदाय से संबंध रखते एक साधु ने एक 18 साल के शरणार्थी को अपने वश में करके उसका घर छुड़वाकर उसे साधु बनाने का लालच देकर भगा दिया। वह उसे हरिद्वार से अपने एक व्यक्ति के मार्फत ऋषिकेश ले गया जहां से उसे साधु बनाकर उसे आगे कर्नाटक भेजने की तैयारी में था, मगर उसी दिन परिजनों ने उसे पुलिस की मदद से दिल्ली में पकड़कर सारा सच उगलवाया और युवक को भी ऋषिकेश से बरामद कर लिया। 
 

फोन के जरिए किया बेटे को वश में 
गुलाब देवी रोड निवासी पीड़ित परिवार ने पुलिस को बयान दिए कि उक्त साधु के पास उनका परिवार काफी देर से जाता है क्योंकि उनके समाज के लोग अपने बच्चों को भी उन साधुओं के पास लेकर जाते हैं, ताकि बच्चे धार्मिक बन सकें। उन्हें नहीं पता था कि उक्त साधु उनके बेटे का माइंड वाश कर देगा और बेटा यह कदम उठा लेगा। हालांकि बेटे को मिलने के बाद साधु ने उसे अपना फोन नंबर दिया और उसके बाद सिलसिला साधु द्वारा बेटे को रोज फोन करने तक पहुंच गया। साधु रोज फोन करके उसे अपने वश में करता और कहता कि उसका इसी रास्ते पर जाने के लिए ही जन्म हुआ है। बेटे ने जब उसे फोन पर जवाब दिया कि उसकी भी बहन की शादी होनी है तो साधु बोलता कि वह सब कुछ ठीक कर देगा। बहन की शादी के लिए वह 50 लाख रुपए की नकदी और 80 तोले सोना परिवार वालों को दे देगा। बस तू इस धर्म को अपना और दीक्षा लेकर साधु बन जा। 
 

युवक की बड़ी बहन ने दोबारा फोन किया तो घबराकर काट दिया फोन, ट्रेस हुई लोकेशन
12 मई को जब साधु को युवक की बहन ने फोन किया तो साधु ने घबराकर यह कहकर फोन काट दिया कि उसे कुछ नहीं पता, आप क्यों बार-बार फोन कर रहे हैं। वह उस वक्त दिल्ली में था। इसके बाद यहां से पुलिस फोन और कॉल लोकेशन ट्रैप करके उक्त साधु को पकडऩे के लिए परिवार के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गई जिस पर पहले साधु जहां दिल्ली के वल्लभ स्मारक में रुका था, से सीधा 45 किलोमीटर दूर विवेक विहार पहुंच गया। 

थाना-2 के ए.एस.आई. हरजिन्द्र सिंह, चैन सिंह और हैड-कांस्टेबल गौतम ने किया केस ट्रेस 
इस संबंध में जब थाना 2 के एस.एच.ओ. ओंकार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि केस में & लोगों की टीम बनाकर दिल्ली भेजी थी जिनमें ए.एस.आई. हरजिन्द्र सिंह, गौतम कुमार व चैन सिंह शामिल थे। इन्होंने कॉल लोकेशन और डिटेल्स के आधार पर दिल्ली के विवेक विहार स्थित आश्रम में जाकर साधु को पकड़ लिया।  जांच में उसने माना कि वह उसे समुदाय के धर्म में शामिल करके उसे एक अच्छा साधु बनाना चाहता था। हालांकि एक बड़े समाज से संबंध रखने के चलते माफीनामा लेकर छोड़ दिया गया। 

परिजनों से बोला साधु, इस नंबर पर आज के बाद कॉल मत करना 
युवक के परिजनों ने बताया कि उनके बेटे को लेकर जब उन्हें शक हुआ कि 22 अप्रैल को उक्त साधु न्यू जवाहर नगर स्थित आश्रम में कथा करने के लिए आया था व उनका बेटा उन्हें बिना बताए साधु के पास चला गया। 22 अप्रैल की शाम को उसकी मां जब आश्रम पहुंची तो बेटे को देख हैरान हो गई। पूछा कि वह यहां क्या कर है, घर पर तो झूठ बोलकर आया था तो इतने में उक्त साधु बेटे की तरफदारी करने लगा। बाद में जब बेटा घर से भागा तो उन्हें साधु पर ही शक हुआ था और 8 मई को जब उक्त साधु को फोन कर बेटे के बारे में पूछा तो साधु ने तर्क दिया कि आपके बेटे के बारे में उसे कुछ नहीं पता और आप आज के बाद उसे इस नंबर पर फोन न करें। जिससे उनका शक यकीन में बदल गया। 

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