केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने भी दिए हैं समझौता की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश

punjabkesari.in Tuesday, Feb 26, 2019 - 11:10 AM (IST)

अमृतसर (स.ह.): पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भड़के आक्रोश से लगातार मांग उठ रही है कि जब पाकिस्तान के साथ व्यापारिक समझौते खत्म कर दिए हैं तो समझौता एक्सप्रैस व दोस्ती बसों को भी बंद किया जाना चाहिए। इस आक्रोश के ही कारण केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने भी समझौता एक्सप्रैस व दोस्ती बसों की सुरक्षा और बढ़ाने व पुख्ता करने के आदेश दिए हैं। भारत में यह आक्रोश इसलिए भी बढ़ता जा रहा है क्योंकि अभी तक समझौता एक्सप्रैस को बंद नहीं किया गया है। दोस्ती बसों को तो कुछ धार्मिक संगठनों ने रोकने का कई बार प्रयास भी किया है, कभी अमृतसर-अटारी रोड, कभी अमृतसर-जालंधर रोड तो कभी अन्य रूट्स पर दोस्ती बसों को रोका जा चुका है जिसके चलते कई बार दिल्ली-लाहौर के बीच चलने वाली बस का रूट प्लान भी बदला गया है। अमृतसर-लाहौर के बीच चलने वाली बस को इंटरनैशनल बस टर्मिनल से ही भारी सुरक्षा प्रदान की जाती है।

वहीं पुलवामा आतंकवादी हमले की ही तरह 13 दिसम्बर 2001 को यही जैश-ए-मोहम्मद व लश्कर-ए- तोयबा के आतंकवादियों ने भारतीय संसद पर हमला किया था जिसमें 1 दर्जन लोगों की जान गई थी। इस हमले के बाद भी पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश उठा और समझौता एक्सप्रैस को बंद कर दिया गया था। इसके बाद 1 जनवरी 2004 के दिन फिर से समझौता एक्सप्रैस शुरू हो गई और पाकिस्तान के बीच मालगाड़ी के जरिए वस्तुओं का आयात-निर्यात भी शुरू हो गया।

हैरोइन, हथियारों, जाली करंसी की तस्करी के कारण बदनाम रही है समझौता
भारत में शायद ही कोई ऐसी ट्रेन होगी जो समझौता एक्सप्रैस के जितनी बदनाम रही हो। समझौता एक्सप्रैस की बात करें तो पता चलता है कि इस ट्रेन से कस्टम विभाग ने दर्जनों बार हैरोइन, हथियार, जाली करंसी, एंटीक सिक्के व अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। पाकिस्तान व भारत में सरगर्म तस्करों ने पंजाब के 553 किलोमीटर लंबे भारत-पाक बार्डर को ही तस्करी का जरिया नहीं बनाया बल्कि समझौता एक्सप्रैस व भारत-पाक के बीच चलने वाली मालगाड़ी को भी तस्करी का जरिया बनाया है यही कारण है कि कस्टम विभाग की तरफ से इन दोनों ट्रेनों की पूरी सख्ती के साथ रैमजिंग की जाती है और सर्च की जाती है। पाकिस्तान से आने वाली यात्रियों के सामान की गहनता के साथ चैकिंग की जाती है सामान को एक्सरे मशीनों से निकाला जाता है और डॉग स्कवॉयड की भी मदद ली जाती है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना सामने न आ सके।

इसी समझौता एक्सप्रैस से ही हैरोइन मंगवाता था पूर्व सुपरिटैंडैंट गुरदेव पट्टी
भारत व पाकिस्तान के बीच चलने वाली इसी समझौता एक्सप्रैस के जरिए ही कस्टम विभाग का पूर्व सुपरिटैंडैंट गुरदेव सिंह पट्टी हैरोइन की खेप मंगवाता था। सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से 11 किलो हैरोइन व यू.एस. मेड पिस्टल के साथ जालंधर जिले में रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए पट्टी ने जांच में खुलासा किया था कि वह समझौता के वॉटर कूलर में खेप मंगवाता था। अटारी स्टेशन पर जैसे ही पाकिस्तान से समझौता एक्सप्रैस आती तो वॉटर कूलर को बदल दिया जाता था। पट्टी उस समय अटारी रेलवे स्टेशन पर तैनात था। इतना ही नहीं रेलवे पुलिस व कुछ अन्य विभागों के अधिकारी भी इसी ट्रेन के जरिए तस्करी के आरोपों में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

Anjna