श्री हरिमंदिर साहिब में संगत की आमद शुरू

punjabkesari.in Wednesday, Jun 10, 2020 - 02:17 PM (IST)

अमृतसर(अनजान): नाके खुलने उपरांत आज श्री हरिमंदिर साहिब और साथ लगते गुरुद्वारा साहिबान में संगत का दर्शनों के लिए आना शुरू हो गया है, परन्तु नाकों दौरान जो भीड़ देखी जाती थी, वह आज नहीं देखी गई।

अमृतसर के अलावा बाकी अलग-अलग शहरों से आई संगत ने गुरुघर सरबत के भले की अरदास करते गुरुरामदास पातशह का शुक्रिया अदा किया। कुछ संगत के साथ मुलाकात करने दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने यह साबित कर दिया है कि ईश्वर का नाम ही कठिन समय पर काम आता है। जालंधर के सुरजीत सिंह ने कहा कि कोरोना को लेकर बड़े-बड़े देशों की दौलत रखी धरातल संबंधी ही रह गई वही बचा है, जिसने सच्चे परम पिता परमात्मा के विश्वास रखा। वाहेगुरुकरे कि यह नामुराद बीमारी हमेशा के लिए खत्म हो जाए और समूह संसार खुशहाल और सुखी बसें।वहीं अमृत समय से श्री हरिमंदिर साहिब में श्री आसा जी दी वार के कीर्तन उपरांत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप प्रकाशमान किया गया।

इसके उपरांत मुख्य वाक्य लिया गया, जिसकी कथा गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में हुई। दूर-दराज से आई संगत की चारों गेटों पर थर्मों स्क्रीङ्क्षनग हुई और हाथ सैनीटाइज किए गए। संगत ने जोड़ घर, लंगर हाल, छबील और फर्श की धुलाई की सेवा की। अलग-अलग रागी जत्थों द्वारा इलाही बाणी के कीर्तन किए गए। शाम के समय रहरासि साहब जी के पाठ किए गए और रात समय श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप सुनहरी पालकी में सुशोभित करके श्री अकाल तख्त साहिब जी के सुखआसन साहिब वाले स्थान पर विराजमान किया गया।


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