संगरूर लोकसभा उप चुनाव: राजोआना की बहन के खिलाफ प्रचार करने नहीं पहुंचे बिट्टू

punjabkesari.in Saturday, Jun 11, 2022 - 01:37 PM (IST)

लुधियाना( हितेश): पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में जेल में बंद बलवंत सिंह राजोआना की रिहाई को लेकर जब भी कोई मांग होती है तो लुधियाना से कांग्रेस एम.पी. रवनीत बिट्टू द्वारा सबसे ज्यादा विरोध किया जाता है और उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान भी राजोआना द्वारा अकाली दल के पक्ष में वोट देने की अपील करने पर कड़ा एतराज किया था ।

लेकिन अब संगरूर लोकसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के दौरान अकाली दल द्वारा राजोआना की बहन को उम्मीदवार बनाया गया है तो 5 दिन बीत जाने के बाद भी बिट्टू उनके खिलाफ प्रचार करने नहीं पहुंचे। अगर कांग्रेस उम्मीदवार दलबीर गोल्डी की बात करें तो कॉंग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पिछले काफी दिनों से पक्के तौर पर संगरूर में डेरा डाल रखा है लेकिन बिट्टू का नाम उन कांग्रेस नेताओं की लिस्ट में भी शामिल नहीं है और न ही बिट्टू दुआरा अब तक सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए कॉंग्रेस उम्मीदवार के हक में वोट देने की अपील की गई है। वो भी उस समय जब राजोआना की बहन के अलावा खालिस्तान के कट्टर समर्थक सिमरनजीत मान भी संगरूर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जिस खालिस्तान की मांग का विरोध करने को लेकर बिट्टू को लगातार धमकियां मिल रही हैं।

Twitter पर सिमटा भाजपा उम्मीदवार को कैप्टन की पार्टी का समर्थन
जैसा कि पंजाब केसरी दुआरा पहले ही मुद्दा उठाया गया है कि भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा के बावजूद कैप्टन अमरिंदर सिंह दुआरा संगरूर लोकसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव से दूरी बनाई हुई है जिसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं क्योंकि भाजपा को समर्थन देने वाले सुखदेव सिंह ढींडसा की जगह उनके पुत्र परमिंदर ढींडसा तो भाजपा उम्मीदवार केवल ढीललो के प्रचार अभियान में भाग ले रहे हैं लेकिन कैप्टन की पार्टी में सक्रिय उनके बेटा - बेटी या कोई अन्य नेता अब तक नजर नहीं आया जिसे लेकर सवाल खड़े होने के बाद पंजाब लोक कॉंग्रेस दुआरा ट्विटर के जरिए सफाई दी गई है जिसमें भाजपा उम्मीदवार के समर्थन कैप्टन की पार्टी के सदस्यों द्वारा फील्ड में काम करने के अलावा जीत का दावा किया गया है

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vatika

Recommended News

Related News