सुखबीर व मजीठिया के भ्रष्टाचार और खातों की जांच करें एजैंसियां: दादूवाल

punjabkesari.in Saturday, Nov 17, 2018 - 12:23 PM (IST)

तलवंडी साबो(मुनीश): पंजाब में पिछले लगातार 10 साल राज कर रेत, बजरी माफिया, केबल माफिया, ड्रग माफिया आदि के जरिए बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार करने वाले राज्य के पूर्व उपमुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल व पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया व उनके साथियों की राज्य व केंद्रीय जांच एजैंसियों द्वारा जांच कर इनके बैंक  खातों को खंगाला जाना चाहिए। उक्त प्रगटावा बलजीत सिंह खालसा दादूवाल ने प्रैस बयान जरिए किया। 

प्रैस बयान में दादूवाल ने कहा कि ई.डी. जो पिछले समय से मजीठिया के खिलाफ जांच कर रही है उसे भी पूरा करना चाहिए। एजैंसियों को सियासी लोगों की कठपुतलियां बनकर गुरुघर के सेवादारों को बिना वजह परेशान नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह पिछले 25 वर्ष से गुरुघर में रहकर धर्म का प्रचार कर रहे हैं और गुरुघरों की कार सेवा, ईमारतों, लंगरों की सेवा करने के अलावा जरूरतवंद परिवारों की बेटियों की शादी, बेघरों को घर बनाकर दे रहे हैं। वह 15-20 देशों में धर्म प्रचार कर आए हैं और सेवा के उक्त कार्य देश-विदेश की संगत के सहयोग से चलाए जा रहे हैं और जो कुछ संगत ने उनको आज तक दिया वह सारा खाते में जमा होता है और वहीं से निकालकर खर्च किया जाता है लेकिन पिछले 13 वर्ष से उनके बैंक खाते में न तो 16 और न ही 20 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। 

उन्होंने कहा कि उनके द्वारा पिछले समय से बादलों के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई कारण ही उनको परेशान किया जा रहा है जबकि बादलों के साथी बाबे के बैंक खाते की तरफ किसी का ध्यान नहीं। गत दिवस अकाली दल (अ) के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान के समाचार पत्रों में प्रकाशित बयान के जवाब में दादूवाल ने कहा कि मान को नहीं पता कि भाई गुरबख्श सिंह खालसा की अस्थियां लेकर गुरुद्वारा लखनौर साहिब से तख्त श्री दमदमा साहिब और फिर श्री अमृतसर साहिब, श्री कीरतपुर साहिब तक जाने वाले गाडिय़ों के काफिले का प्रबंध किसने किया था, बैसाखी पर सभी पंथक जत्थेबंदियों के सांझे इकटठ का प्रबंध किसने किया था और 1 जून को बरगाड़ी में हुए पंथक इकट्ठ का प्रबंध किसने किया था और इन पर कितना खर्च आया था। 

इसके साथ ही 5 जून तक लगातार उस मोर्चे का खर्च किसने किया था जबकि मान तो उस समय शाहकोट के उप चुनाव में व्यस्त था। दादूवाल ने कहा कि मान इसलिए हमारा विरोध करते हैं क्योंकि सरबत खालसा जत्थेदार मान की सियासी इच्छाओं की पूर्ति नहीं करते और वह जत्थेदारों को अपनी कठपुतली बनाना चाहते हैं जबकि सरबत खालसा जत्थेदार गुरमति सिद्धांतों अनुसार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मान ने गुरदासपुर उप चुनाव समय भी गलत बयानबाजी की थी और फिर जरनैल सिंह के घर अमृतसर में मान ने अपनी गलत बयानबाजी का अहसास भी कर लिया था। दादूवाल ने दावा किया कि बरगाड़ी इंसाफ मोर्चे में जो भी आ रहा है वह जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड को दे देते हैं और अब जो भी आता है वह खर्च हो जाता है।  उन्होंने कभी भी जत्थेदार मंड या बरगाड़ी मोर्चे में एक रुपए भी नहीं लिया। 

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