चौधरी जालंधर में नहीं स्थापित करवा सके AIIMS, आदमपुर से उड़ानें शुरू होने पर ठोका दावा

punjabkesari.in Sunday, Feb 10, 2019 - 09:32 AM (IST)

जालंधर(नरेश):पिछले 5 साल से बतौर सांसद लोकसभा में जालंधर की आवाज रहे चौधरी संतोख सिंह अपने कार्यकाल के दौरान जालंधर में कोई बड़ा प्रोजैक्ट नहीं ला सके। हालांकि पंजाब केसरी ने जब उनसे इस बारे में बात की तो उन्होंने एयरपोर्ट से सिविल उड़ानें शुरू होने का क्रैडिट लेते हुए कहा कि उन्होंने ही संसद में आदमपुर एयरबेस से सिविल उड़ानें शुरू करने को लेकर सवाल उठाया था। 

पंजाब केसरी ने चौधरी के इस दावे की जब संसद की वैबसाइट से जांच की तो उनके द्वारा उठाए गए सवाल में लिखा गया था कि क्या सरकार की आदमपुर एयरपोर्ट से सिविल उड़ानें शुरू करने की कोई योजना है। यदि ऐसा नहीं है तो इसका कारण बताया जाए। इसके बाद चौधरी ने एयरपोर्ट के नाम को लकर भी संसद में सवाल उठाया था। दूसरी तरफ भाजपा लगातार इस मुद्दे पर क्रैडिट लेती रही है । आदमपुर एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में भाजपा ने इसका पूरा क्रैडिट लेने की कोशिश की थी। हालांकि चौधरी संतोख सिंह ने जालंधर में एम्स की स्थापना को लेकर हुई बहस में भी हिस्सा लिया। उसका सकारात्मक परिणाम नहीं निकला और चौधरी जालंधर को एम्स नहीं दिलवा पाए।

कांग्रेस जालंधर सीट पर चेहरे को रिपीट नहीं करती और हर बार इस सीट पर नया चेहरा ही कांग्रेस की जीत का फार्मूला है। पूर्व सांसद उमराव सिंह के अपवाद को छोड़ दें तो कांग्रेस 1999 के बाद लगातार इस सीट पर उम्मीदवार बदलती आई है। कांग्रेस ने 1999 में बलबीर सिंह, 2004 में राणा गुरजीत सिंह और 2009 मेें मोङ्क्षहद्र सिंह के.पी. और 2014 में चौधरी संतोख सिंह को मैदान में उतारा था और ये चारों उम्मीदवार विजयी रहे। लिहाजा इस बार भी पार्टी की रणनीति पर नजर बनी हुई है। हालांकि मौजूदा सांसद चौधरी संतोख सिंह ने सीट पर दावा ठोका है लेकिन पार्टी इस सीट पर क्या फैसला लेती है यह फिलहाल आने वाले समय में ही पता चलेगा। 

संसद में चौधरी संतोख

हाजिरी-88प्रतिशत

बहस में हिस्सा-28

सवाल पूछे-69

Naresh Kumar