‘पानी बचाओ-पैसे कमाओ’ योजना 250 फीडरों में होगी लागू

punjabkesari.in Thursday, Jun 27, 2019 - 11:22 AM (IST)

चंडीगढ़/पटियाला(परमीत): पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड (पावरकॉम) ने पानी बचाओ-पैसे कमाओ योजना को राज्य के 250 फीडरों में लागू करने का फैसला किया है। एक वर्ष पहले यह योजना सिर्फ 6 फीडरों में पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर लागू की गई थी। जिन 6 फीडरों में यह लागू की गई थी, उनमें फतेहगढ़ साहिब, जालंधर और होशियारपुर के 6 फीडर शामिल थे। अब जो 250 फीडर इस योजना अधीन लाए जा रहे हैं, उनमें फतेहगढ़ साहिब के 28, बठिंडा के 12, फिरोजपुर के 13, होशियारपुर के 4, जालंधर के 41, कपूरथला के 15, लुधियाना के 21, मोगा के 52, पटियाला के 25, रूपनगर के 15 और शहीद भगत सिंह नगर नवांशहर के 24 फीडर शामिल हैं। 

यह है योजना
योजना के अंतर्गत स्वेच्छा के साथ सहमति देने वाले किसान के ट्यूबवैल पर पावरकॉम मीटर लगाता है। उसको हर महीने प्रयोग निश्चित बिजली के यूनिट दिए जाते हैं। यदि किसान निश्चित किए गए बिजली के यूनिट में से जितने यूनिट कर्म खर्च करेगा, उस पर 4 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब के साथ पावरकॉम नकद भुगतान उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करेगा। पहले पड़ाव में 6 फीडरों के कुल 940 किसानों में से 267 ने इस योजना के अंतर्गत अपनी रजिस्ट्रेशन करवाई थी और बाद में यह संख्या बढ़ती गई। पावरकॉम ने एक साल के दौरान किसानों को 18 लाख रुपए से अधिक की सबसिडी दी है।

जमीन के नीचे कम पानी वाले जिलों को तरजीह
इस योजना का दायरा बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार ने सहमति दे दी है। इस योजना के अंतर्गत उन जिलों के फीडर विशेष तौर पर शामिल किए गए हैं जिनमें भूजल बहुत कम है। योजना के अंतर्गत जहां पावरकॉम बिजली बचाने में कामयाब रहा है, (याद रहे कि 4 रुपए की अदायगी के बाद भी पावरकॉम को प्रति यूनिट 1.13 पैसे की बचत होती है), वहीं पानी बचाने में भी इसको बड़ी सफलता मिली है।

स्कीम के अंतर्गत कृषि के लिए होगा अलग विभागाध्यक्ष 
पावरकॉम ने फैसला किया है कि इस स्कीम को और प्रभावशाली ढंग के साथ लागू करने के लिए स्कीम के अंतर्गत कृषि क्षेत्र के लिए अलग विभागाध्यक्ष लगाया जाएगा, हालांकि इसके लिए वित्त विभाग से अभी मंजूरी मिलनी बाकी है। प्रस्ताव अनुसार योजना का दायरा बढ़ाने पर नए मीटर खरीदने पर 40 करोड़ रुपए खर्च होंगे जबकि इस योजना के अंतर्गत ओ. एंड एम. (ऑपरेशन एंड मैनेंटनैंस) पर 4 करोड़ रुपए वाॢषक खर्च होंगे। 

राज्य के स्रोत की बचत हमारी जिम्मेदारी: इंजी. सरां
पावरकॉम के चेयरमैन इंजी. बलदेव सिंह सरां, जिन्होंने खुद यह योजना तैयार की है, ने स्कीम की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि राज्यों में उपलब्ध कुदरती स्रोतों की बचत करना हमारी जिम्मेदारी बनती है। पानी का संकट इस समय सबसे गंभीर है और इसकी बचत के लिए जो प्रयास जरूरी होंगे, किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्कीम के अंतर्गत जहां बिजली और पानी बच रहा है, वहीं किसान को बचत पर आमदन भी होने लगी है। 


 

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