सेखवां ने किया खुलासा,नहीं होगा 'आप' और अकाली दल टकसाली में गठजोड़

punjabkesari.in Sunday, Mar 17, 2019 - 03:46 PM (IST)

लुधियाना(सलूजा): शिअद टकसाली के महासचिव सेवा सिंह सेखवां ने स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव के संबंध में जो आम आदमी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन संबंधी बातचीत का दौर चल रहा था वह अब आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट पर कोई सहमति न बनने के कारण खत्म हो गया है। इस बार आनंदपुर साहिब से पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविन्द्र सिंह ही चुनाव लड़ेंगे, जिनको किसी भी कीमत पर बदला नहीं जाएगा। 

उक्त बात आज सेखवां ने बादल अकाली दल को अलविदा कहकर ऑल इंडिया सिख स्टूडैंट्स फैडरेशन संधू ग्रुप के प्रधान तेजिन्द्र सिंह संधू के शिअद टकसाली में शामिल होने संबंधी आयोजित समारोह में कही। सेखवां से जब पत्रकारों ने यह सवाल पूछा कि क्या टकसाली अकाली दल पंजाब की 13 सीटों पर ही चुनाव लड़ेगा तो उन्होंने कहा कि इस संबंधी 1-2 दिनों में पार्टी की होने वाली मीटिंग में फैसला लिया जाएगा और हम इस बार किसी भी दल से चुनावी गठबंधन नहीं करेंगे। शिअद टकसाली का केवल एक ही मकसद है कि एस.जी.पी.सी. व तख्तों समेत जो भी धार्मिक संस्थाएं बादलों के कब्जे में हैं उनको आजाद करवाना है। 

उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल द्वारा आए दिन मीडिया में यह आरोप लगाए जाते हैं कि टकसाली अकाली दल वाले इसलिए नाराज हैं क्योंकि उनके नालायक बेटों को टिकट नहीं दिया गया है। सेखवां ने प्रैस कांफ्रैं स में विधायक अमरपाल सिंह बोनी को इशारा करते हुए कहा कि पूर्व सांसद रत्न सिंह अजनाला का बेटा 2 बार चुनाव लड़ा और दोनों बार ही विधायक बना, क्या वह नालायक है। ब्रह्मपुरा के बेटे ने एक चुनाव लड़ा, वह जीत गया। उन्होंने कहा कि नालायक हमारे बेटे नहीं, बल्कि प्रकाश सिंह बादल के बेटे सुखबीर सिंह बादल हैं। 

पिछले विधानसभा चुनाव में 117 विधानसभा चुनाव में 15 सीट पर आ गए और अकाली दल तीसरे स्थान पर रहा।  पूर्व डिप्टी स्पीकर दविन्द्र सिंह ने कहा कि बादलों ने तो निजी राजनीति की खातिर सिख गुरु धामों व धार्मिक संस्थाओं के सम्मान व मर्यादा को मिट्टी में मिला दिया है। पूर्व सांसद रत्न सिंह अजनाला ने कहा कि आज संधू के अपने साथियों समेत शिअद टकसाली में शामिल होने से टकसाली दल को बल मिला हैै। प्रधान तेजिन्द्र सिंह संधू व साथियों को सिरोपा भेंट करके सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर विधायक अमरपाल सिंह बोनी, करनैल सिंह पीर मोहम्मद, बब्बी बादल व जत्थेदार उजागर सिंह वडाली उपस्थित थे।

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