शेरोवालिया को लेकर नहीं थम रही प्रदेश की राजनीति

punjabkesari.in Wednesday, May 09, 2018 - 09:25 AM (IST)

जालंधर(रविंदर): शाहकोट से कांग्रेस प्रत्याशी लाडी शेरोवालिया के खिलाफ अवैध माइनिं का केस दर्ज होने के बाद प्रदेश की राजनीति में पूरी तरह से भूचाल आ चुका है। कई दिन बीत जाने के बाद भी शेरोवालिया को लेकर प्रदेश की राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश के सी.एम. जहां फोन टैपिंग के मामले में घिर चुके हैं, वहीं विपक्ष के नेताओं पर साजिश का आरोप लगाकर वह प्रदेश की राजनीति को नया तूल दे चुके हैं। 

उधर, विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा तथा अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा व सुखबीर बादल भी सी.एम. पर जमकर प्रहार कर रहे हैं। कुल मिलाकर केस दर्ज करने वाले इंस्पैक्टर परमिंदर बाजवा के मामले में पंजाब सरकार बैकफुट पर आती दिखाई दे रही है, क्योंकि जबरन 5 दिन की छुट्टी बढ़ाने को लेकर चुनाव आयोग सरकार से जवाब-तलबी कर सकता है।  सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने चुनाव आयोग को कहा है कि विवादित एस.एच.ओ. परमिंदर बाजवा को शाहकोट उप-चुनाव से दूर रखा जाए। उनका कहना है कि बाजवा पूरी तरह से विपक्ष के हाथों में खेल रहा है और इसी साजिश के तहत ही उसने कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ बिना जांच केस दर्ज कर दिया।अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने चुनाव आयोग से अपील की कि केस दर्ज होने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी शेरोवालिया की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए ताकि इस मामले में निष्पक्ष व सही जांच हो सके। वह कहते हैं कि जब तक शेरोवालिया बाहर रहेंगे तब तक निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती क्योंकि सत्ताधारी सरकार के दबाव में पुलिस अधिकारी अपनी रिपोर्ट देंगे।

उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता लगी हुई है और इस दौरान जिस तरह से अवैध माइङ्क्षनग का खेल कांग्रेसियों की ओर से खेला जा रहा है उस पर लगाम लगाने के लिए शेरोवालिया की गिरफ्तारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि न केवल शेरोवालिया को कांग्रेस बचा रही है बल्कि केस दर्ज करने वाले एस.एच.ओ. बाजवा को भी प्रताडि़त किया जा रहा है। शेरोवालिया के खिलाफ केस दर्ज करने वाले इंस्पैक्टर परमिंदर बाजवा का कहना है कि उन्हें लगातार सीनियर पुलिस अधिकारियों से जान का खतरा है इसलिए वह अपने होटल से बाहर नहीं निकलना चाहते हैं। उन्हें डर है कि होटल से निकलते ही उनका एन्काऊंटर करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गौंडर व उसके साथियों का भी फर्जी एन्काऊंटर इसलिए किया था कि कुछ पुलिस अधिकारी इस एन्काऊंटर को अपनी प्रमोशन का जरिया बनाना चाहते थे। 

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