Exclusive: इंस्पैक्टर बाजवा बने सरकार और पुलिस के लिए सिरदर्द

punjabkesari.in Wednesday, May 09, 2018 - 08:42 AM (IST)

जालंधर (मृदुल): शाहकोट विधानसभा उप-चुनाव में कांग्रेसी नेता हरदेव सिंह लाडी शेरोवालिया पर अवैध माइनिंग का केस दर्ज करने वाले इंस्पैक्टर और एस.एच.ओ. परमिंद्र सिंह बाजवा कांग्रेस सरकार और पुलिस विभाग के लिए सिरदर्द बन चुके हैं।

पुलिस ने एस.एच.ओ. बाजवा को नजरबंद करने की पूरी तैयारी कर ली थी। सूत्रों की मानें तो शहर के जिस होटल में बाजवा रूका है, उसके आसपास कमिश्नरेट पुलिस की फोर्स ने सोमवार रात 12 से सुबह 4 बजे तक इंटैलीजैंस के साथ रेड करके उसे पकड़ कर नजरबंद करने की योजना बनाई थी। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने होटल में सिविल वर्दी में भी पूरी फोर्स तैनात की थी। इतना ही नहीं फोर्स के साथ डी.सी.पी. रैंक के अफसरों से लेकर इंस्पैक्टर रैंक के अफसर भी तैनात थे मगर पुलिस को एक तरफ डर था कि अगर वह परमिंद्र सिंह बाजवा को पकडऩे गए तो कहीं वह सिविल वर्दी वाले मुलाजिमों को गोली न मार दे। पुलिस सूत्रों के अनुसार हालांकि पुलिस की मंशा

सिर्फ इतनी है कि उसे पकड़ कर नजरबंद कर दिया जाए क्योंकि परमिंद्र सिंह बाजवा की ओर से मीडिया में सरकार के खिलाफ बयान देना और केस दर्ज करने के बाद खुद जाकर इस्तीफा देना और प्रैशर में आकर वापस लेना लोगों खासकर शाहकोट में वोटरों पर काफी प्रभाव डाल रहा है। इसे लेकर वोटरों का अकालियों की ओर झुकाव नजर आ रहा है। अब राज्य में सरकार को चुनाव जीतने में काफी दिक्कत होगी।

सूत्रों के अनुसार परमिंद्र बाजवा की एक-एक हरकत का खास ख्याल रखा जा रहा है और उसके मोबाइल फोन काल्स को इंटैलीजैंस रिकार्ड कर रही है।  बाजवा को पकडऩे का पुलिस का आप्रेशन तब फेल हुआ जब मीडिया को पुलिस के आप्रेशन की भनक लग गई। इसके बाद पुलिस को वापस लौटना पड़ा। 
 

Anjna