केन्द्र ने मंजूर किए थे 485.58 करोड़, फंड जारी न होने से  रुका पड़ा शाहपुरकंडी डैम का निर्माण

punjabkesari.in Friday, Dec 28, 2018 - 10:26 AM (IST)

जुगियाल(शर्मा): रणजीत सागर बांध परियोजना की दूसरी इकाई 206 मैगावाट वाले बहुउद्देश्यीय शाहपुरकंडी बैराज बांध का निर्माण कार्य पिछले लगभग 4 वर्षों से बंद पड़ा रहना पंजाब सरकार के लिए एक चिंता का विषय है। पिछले 3 माह से जो बार-बार यह कहा जा रहा है कि बैराज का कार्य शुरू हो गया, परंतु सच्चाई यह है कि बैराज बांध का कार्य मात्र कागजों में ही शुरू हुआ है, क्योंकि कार्य शुरू करने के लिए सबसे पहले फंडों की जरूरत है जोकि उपलब्ध नहीं हो रहे है। बीते दिनों केंद्र सरकार ने बैराज बांध के लिए 485.58 करोड़ रुपयों की मंजूरी दे दी थी परंतु बैराज बांध को कार्य दोबारा शुरू करने के लिए न तो केंद्र सरकार की और से कोई पैसा आया है न ही पंजाब सरकार व न ही पी.एस.पी.सी.एल. की ओर से कोई पैसा मिला है। 

प्रतिमाह 3 से साढ़े 3 करोड़ रुपए का घाटा 
शाहपुरकंडी डैम का कार्य दोबारा न शुरू होने के चलते पंजाब सरकार को प्रतिमाह लगभग 3 से साढ़े 3 करोड़ रुपए का घाटा झेलना पड़ रहा है। केंद्र व पंजाब सरकार के कई आला अधिकारी, विधायकों की टीमें व कई इंजीनियर बैराज बांध का निरीक्षण कर चुके हैं जबकि सिंचाई मंत्री खुद 2 बार यहां आकर आश्वासन दे चुके हैं कि शाहपुरकंडी बांध का कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा, परंतु जब तक फंड नहीं मिलते कार्य शुरू कैसे होगा? जब जम्मू-कश्मीर सरकार की और से इस बांध के कार्य को बंद करवाया गया था तब इस पर खर्च होने वाली अनुमानित राशि 2285.81 थी, जोकि अब समय समय की सरकारों की अनदेखी के चलते 2738 करोड़ तक पहुंच गई है। 

बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा
शाहपुरकंडी बांध तथा झील बनने पर गेटों द्वारा नहरों में लगातार गर्मियों में भी सिंचाई के लिए निर्बाध 3.48 लाख हैक्टेयर पंजाब को और 32173 हैक्टेयर जे.एड के. को पानी मिलना है। इसके साथ ही पावर हाऊसों द्वारा 206 मैगावाट बिजली का उत्पादन होना है। इसके अतिरिक्त सुंदर झील बनने पर इलाके का पर्यटन, मनोरंजन, मत्स्य पालन इत्यादि का विकास होगा तथा बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। 

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