विधायक बनते ही अवैध माइनिंग मामले में शेरोवालिया को मिली क्लीन चिट

punjabkesari.in Sunday, Jun 24, 2018 - 08:10 AM (IST)

जालंधर (रविंदर): कांग्रेस के राज में जिस बात की उम्मीद थी, वही हुआ। विधायक बनने से पहले जिस लाडी शेरोवालिया पर अवैध माइनिंग का केस दर्ज किया गया था, विधायक बनने के बाद उसी शेरोवालिया को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी। एस.एच.ओ. महितपुर सुलक्खन सिंह ने कैंसिलेशन रिपोर्ट जांच अधिकारी डी.एस.पी. दिलबाग सिंह को भेज दी है यानी शाहकोट सब-डिवीजन में कौन अवैध माइनिंग के खेल में शामिल है, की जांच को भी पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। 

गौर हो कि शेरोवालिया को जब कांग्रेस ने शाहकोट उपचुनाव में प्रत्याशी घोषित किया तो उसके एक दिन बाद ही 31 मई को उनके खिलाफ महितपुर थाने में अवैध माइनिंग का केस दर्ज कर दिया गया था। कांग्रेस के राज में कांग्रेस के ही प्रत्याशी पर केस दर्ज होने के बाद प्रदेश की राजनीति में हड़कंप-सा मच गया था। केस दर्ज करने वाले इंस्पैक्टर परमिंदर बाजवा को फोर्स लीव पर भेज दिया गया था। बाद में उसे अदालत में रिवाल्वर ले जाने के मामले में गिरफ्तार भी कर लिया गया था। विपक्ष ने शाहकोट सब-डिवीजन में अवैध माइनिंग के खेल को काफी तूल दिया था। यहां तक कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भी सी.एम. और डी.जी.पी. को पत्र लिखकर शाहकोट सब-डिवीजन में अवैध माइनिंग की शिकायत की थी, मगर पुलिस व सरकार ने हर जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया था।

केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने शेरोवालिया की गिरफ्तारी की बजाय खुद ही इस मामले में जांच बिठा दी थी जो डी.एस.पी. शाहकोट दिलबाग सिंह को सौंपी गई थी। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि पुलिस व सरकार इस मामले में शेरोवालिया को क्लीन चिट देने की तैयारी में है। शाहकोट में जीत के बाद शेरोवालिया अब विधायक बन चुके हैं जिसके तीन सप्ताह बाद ही पुलिस ने उन्हें अवैध माइनिंग के खेल में क्लीन चिट दे दी है। डी.एस.पी. दिलबाग सिंह का कहना है कि उन्होंने कैंसिलेशन रिपोर्ट को अप्रूव कर उच्चाधिकारियों के पास भेज दिया है। एस.एस.पी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर का कहना है कि पुलिस व प्रशासन ने पूरे मामले में गहराई से जांच की है जिसमें एस.डी.एम. और तहसीलदार भी शामिल थे। उन 11 गांवों में जाकर भी गहराई से जांच की गई जहां अवैध माइनिंग की शिकायत आई थी, मगर जांच में कुछ भी नहीं निकला। शेरोवालिया के खिलाफ केस दर्ज करने के पीछे कोई बेस नहीं था और बिना जांच के ही एस.एच.ओ. ने केस दर्ज किया था। 

इंस्पैक्टर बाजवा अभी भी सस्पैंड
एस.एस.पी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर कहते हैं कि केस दर्ज करने वाला इंस्पैक्टर बाजवा अभी भी सस्पैंड चल रहा है। अदालत में हथियार लेकर जाने के मामले में केस दर्ज होने के बाद उसे सस्पैंड कर दिया गया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि बाजवा को बर्खास्त नहीं किया जाएगा। एस.डी.एम. शाहकोट जगजीत सिंह का कहना है कि इस शिकायत के अलावा लाडी के खिलाफ और भी कई शिकायतें आई थीं जिनकी गहराई से जांच की गई है। किस आधार पर शिकायतकत्र्ता ने चुनाव आयोग को शेरोवालिया की शिकायत भेजी थी, इसके बारे फिलहाल कुछ बोलने से अधिकारी कतरा रहे हैं। 

Anjna