शिरोमणि कमेटी से निकाले कर्मचारियों का मामला पहुंचा श्री अकाल तख्त साहिब

punjabkesari.in Tuesday, May 08, 2018 - 09:48 AM (IST)

अमृतसर (छीना): शिरोमणि कमेटी द्वारा नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों का मामला आज श्री अकाल तख्त साहिब पहुंच गया है। गुस्साए कर्मचारियों ने जत्थेदार गुरबचन सिंह को जहां एक मांगपत्र अपनी नौकरी बहाली के लिए सौंपा, वहीं दूसरा मांगपत्र सौंप कर यह सवाल पूछा कि क्या श्री अकाल तख्त साहिब से सजायाफ्ता या ‘तनखाहिया’ करार दिया हुआ व्यक्ति शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसी महान सिख संस्था का प्रधान बन सकता है? उक्त दोनों ही मांगपत्र जत्थेदार साहिब की गैर-मौजूदगी में उनके पी.ए. ने हासिल किए। 

इस दौरान नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों व न्यू फ्लावर्ज एजुकेशन सोसायटी रजि. के चेयरमैन हरपाल सिंह यू.के. ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को सवालों के सौंपे गए मांग-पत्र में पूछा कि डेरों पर जाकर वोटें मांगने के आरोप में जिस व्यक्ति को पांचों तख्तों के जत्थेदार सहिबानों द्वारा सजा सुनाई गई हो क्या, उस व्यक्ति के हाथ समूह सिख कौम की देख-रेख करने वाली शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बागडोर सौंपी जा सकती है।  

उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति में खुद अनगिनत खामियां हों, वह कैसे बेकसूर कर्मचारियों को नियमों के उलट भर्ती का बहाना बनाकर नौकरी से निकाल सकता है। हमें पूर्ण आशा है कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह निकाले कर्मचारियों की नौकरी बहाल करवाने के लिए दखल देने के साथ-साथ पूछे गए सवालों का जवाब भी जरूर देंगे।

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