SAD ने किया NDA की बजट सत्र बैठक का Boycott, गठबंधन टूटने के आसार!

punjabkesari.in Thursday, Jan 31, 2019 - 10:38 PM (IST)

जालंधर, चंडीगढ़। नांदेड़ स्थित तख्त श्री हजूर साहिब प्रबंधक कमेटी में महाराष्ट्र सरकार की बढ़ती दखलअंदाजी से खफा शिरोमणि अकाली दल ने वीरवार को संसद के बजट सत्र को लेकर हुई NDA की बैठक का बहिष्कार कर दिया। इस बैठक में शिअद के सांसद चंदू माजरा को शामिल होना था। बताया जा रहा है कि इस बैठक का उन्होंने बॉयकाट कर दिया। उधर इसी बीच शिअद के राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा-अकाली विधायक व डीएसजीएमसी के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने केंद्र सरकार पर खुलकर हमला बोला और कहा कि भाजपा सरकार की गुरूद्वारों में दखलअंदाजी बढ़ती जा रही है। 

गुरुद्वारा मैनेंजमेंट कमेटी में अपने प्रधान बिठाना चाहती है भाजपा...

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नांदेड़ स्थित तख्त श्री हजूर साहिब प्रबंधक कमेटी में अपने आदमियों को बिठाना चाहती है। सिरसा ने कहा कि इस तरह कि हिम्मत तो ब्रिटिशकाल में अंग्रजों ने भी नहीं की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा की राज्य सरकारों की इस दखलअंदाजी से शिरोमणि अकाली दल बहुत ही आहत है। अकाली विधायक ने कहा कि भाजपा सरकारों की ओर से अपने लोगों को गुरुद्वारा मैनेंजमेंट कमेटी में शामिल करवा प्रधान बनाने की कोशिश हो रही है। 

बैठक में शामिल न होने को लेकर केंद्रीय मंत्री ने दी सफाई...

हालांकि मामला तूल पकड़ने पर सांसद चंदू माजरा अपनी सफाई दी कि बैठक में न शामिल हो पाना वास्तव में यह एक संयोग था। उन्होंने कहा कि उसी समय मुझे एक कार्यक्रम में जाना था। लेकिन उन्होंने यह भी संकेत दिए हैं, कि कुछ मुद्दे हैं जिन्हें आपस में बैठकर सुलझाने की जरुरत है। शिरोमणि अकाली दल का आक्रामक रुख देखते हुए NDA की बैठक में अकाली दल के नदारद रहने पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को चंदू माजरा के पक्ष में उतर कर यह बयान देना पड़ा कि ऐसा कुछ नहीं है, अकाली सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा सर्वदलीय बैठक में थे, उन्हें कुछ काम से जाना था, इसलिए वह मुझे बताकर निकल गए थे।

चीमा बोले महाराष्ट्र सरकार गलत...

शिअद के सीनियर वाइज प्रेसीडेंट दलजीत सिंह चीमा ने कहा श्री नांदेड़ साहिब में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान पद के लिए नियमों में संशोधन करते हुए पिछले साल नोमिनेशन का अधिकार महाराष्ट्र सरकार ने अपने पास ले लिया। शिअद ने इसका पूरजोर विरोध भी किया था। इस मामले को प्रकाश सिंह बादल, पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल समेत कई नेता भाजपा हाईकमान के समक्ष रख चुके हैं। चीमा ने कहा कि इससे धार्मिक संस्था को नुकसान होगा। मैनेजमेंट भी सही काम नहीं कर पाएगी। वहां 17 सदस्यीय कमेटी है, जो प्रधान चुनती थी। चीमा ने कहा कि इस मामले को 3 फरवरी को पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है। जिस पर इस मामले में विस्तारपूर्वक चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैठक में किसानों को दिए जाने वाले पैकेज के बारे में भी चर्चा की जाएगी जो केंद्र सरकार के पास लंबित पड़ा हुआ है। शिअद भाजपा गठबंधन तोड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि इस पर भी चर्चा कोर कमेटी की बैठक में ही होगी।
 

Suraj Thakur