शिवसेना हिंदोस्तान ने सांसद से की शहीद 35000 हिंदुओं के परिवारों को मुआवजा दिलाने की वकालत

punjabkesari.in Saturday, Aug 11, 2018 - 07:11 PM (IST)

पटियाला(राजेश): पंजाब में काले दौर के दौरान खालिस्तानी आतंकियों के हाथों शहीद हुए 35000 निर्दोष हिंदुओं के परिवारों को 781 करोड़ रुपए के राहत पैकेज को रिलीज करवाने को लेकर गत 15 वर्षों से संघर्ष कर रही शिवसेना हिंदुस्तान ने अपना संघर्ष तेज कर दिया है। 

2003 में शिवसेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय प्रमुख पवन गुप्ता के नेतृत्व में शिव सैनिकों द्वारा किए संघर्ष के परिणामस्वरूप पंजाब के आतंकवाद पीड़ित 35000 निर्दोष हिंदुओं के परिवारों के लिए 2006 में कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार की कैबिनेट द्वारा 781 करोड़ रुपए मुआवजा रिलीज करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया किन्तु 12 वर्षों के बाद भी उक्त प्रस्तावित मुआवजे की राशि को किसी भी सरकार द्वारा रिलीज नहीं किया गया। शिवसेना हिंदुस्तान द्वारा पंजाब के 35000 आतंकवाद पीड़ितों को प्रस्तावित 781 करोड़ रुपए का पैकेज रिलीज करवाने को लेकर संघर्ष तेज कर दिया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख पवन गुप्ता के नेतृत्व में उच्च स्तरीय नेताओं का एक शिष्टमंडल दिल्ली के दो दिवसीय दौरे के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शहीद बेअंत सिंह के पौत्र सांसद रवनीत सिंह बिट्टू से उनके दिल्ली स्थित निवास स्थान पर भेंट करने पहुंचा। 

पंजाब में शहीद हुए हिंदू बजट में नहीं
शिवसेना हिंदुस्तान के शिष्टमंडल द्वारा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्र सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। सांसद रवनीत बिट्टू को सौंपे ज्ञापन की जानकारी देते हुए शिवसेना हिंदुस्तान सुप्रीमो पवन गुप्ता ने बताया कि पंजाब में आतंकियों के हाथों शहीद हुए 35000 हिन्दू अकाली-भाजपा व कांग्रेस के एजेंडे में तो है किंतु बजट में नहीं जो कि बेहद अफसोसजनक है। पवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब के 35000 आतंकवाद पीड़ित परिवारों को मुआवजा रिलीज होने तक शिवसेना हिंदुस्तान का युद्धस्तरीय संघर्ष जारी रहेगा। 

मौके पर ये रहे मौजूद
इस अवसर पर शिवसेना हिन्दुस्तान के राष्ट्रीय महासचिव व पंजाब प्रांत अध्यक्ष कृष्ण शर्मा, पंजाब प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव, ट्रांसपोर्टर सेल प्रमुख मनोज टिंकू, हिमाचल प्रभारी रामपाल शर्मा, सीनियर नेता राजेन्द्र राणा, युवा सेना प्रदेश सह प्रभारी मनी शेरा, जिला प्रधान लुधियाना बौबी मित्तल, चेयरमैन चन्द्र कालड़ा आदि शिव सैनिक उपस्थित थे। 
 

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