विधायक बैंस का आरोप : दवा कंपनियों से 80 करोड़ की डील से तय हुई है 25 करोड़ रुपए की कमीशन

punjabkesari.in Wednesday, Jul 11, 2018 - 09:44 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): लोक इंसाफ पार्टी के प्रधान व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने स्वास्थ्य विभाग में दवा खरीद में घपलेबाजी का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री को दी शिकायत में बैंस ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोङ्क्षहद्रा ने दवा खरीद के लिए ऐसे नियम बनवाए हैं कि उनकी चहेती कंपनियां ही टैंडर प्रक्रिया में शामिल हों। इससे आम दुकानों पर मिलने वाली दवाओं को 2-2 हजार प्रतिशत अधिक मूल्य पर खरीदने की तैयारी की गई है।

उनका कहना है कि दवा कंपनियों के साथ 80 करोड़ की डील से 25 करोड़ रुपए कमीशन देने की बात तय हुई है। इसलिए मुख्यमंत्री टैंडर को तत्काल रद्द कर जांच करवाएं। बैंस ने कहा दवा खरीद के लिए जारी टैंडर को 2 बार इसलिए टाला गया क्योंकि तब तक कंपनी वालों से डील फाइनल नहीं हुई थी।  उन्होंने कहा कि दवा की गोली का मूल्य आम दुकानों पर 4 रुपए है उसे 40 रुपए में बेचकर 25 करोड़ का स्कैंडल किया जाएगा। सीटागलिप्टिन नामक गोली, जो 40 पैसे की मिल जाती है, उसका मूल्य 50 रुपए तय किया है। ऐसे ही अन्य विल्डागलिप्टिन गोली भी 40 पैसे की बजाय 30 रुपए की खरीदी जानी है। यह गोलियां शूगर पेशैंट्स के लिए हैं।

वहीं, पेट जलन और एसीडिटी में इस्तेमाल होने वाली एंटासिड दवा, जो बाजार में 12 से 15 रुपए में मिलती है, उसे 44 रुपए में खरीदा जाना है। यही नहीं, बाजार में आमतौर पर 35-40 पैसे प्रति गोली के मूल्य पर मिलने वाली कैल्शियम टैबलेट्स को भी 4.53 रुपए में प्रति गोली के हिसाब से खरीदने के लिए कमर कसी गई है। उधर, स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोङ्क्षहद्रा ने कहा कि विधायक बैंस मानहानि केस के लिए तैयार रहें। बैंस को मनगढ़ंत आरोप लगाने की आदत हो गई है। जब दवा खरीद के लिए टैंडर हुआ ही नहीं तो घपला कहां से हो गया। सी.बी.आई. क्या बैंस का बस चलता है तो के.जी.बी. और सी.आई.ए. से भी जांच करवा लें। जिस कंपनी को बैंस उनकी बता रहे हैं, उसके खिलाफ कैग रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने ही कार्रवाई की है।

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