सिपाही हरपाल सिंह में बचपन से ही था देश सेवा का जज्बा

punjabkesari.in Monday, Sep 17, 2018 - 09:17 PM (IST)

दोरांगला/गुरदासपुर(नंदा/विनोद):गत रात्रि हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज में एक सैनिक के हाथों मारे गए 2 सैनिकों में से एक हरपाल सिंह जिला गुरदासपुर के सीमावर्ती दोरांगला कस्बे के गांव ठुंडी का रहने वाला था। वह अपने पीछे एक बूढ़ा पिता, पत्नी व 2 बेटे छोड़ गया है। वहीं घटना के बाद परिवार के सभी सदस्य धर्मशाला के लिए रवाना गए हैं। इस संबंध में गांव वासियों ने बताया कि मृतक सिपाही हरपाल सिंह बहुत ही मधुर स्वभाव का था। बचपन से ही देशभक्ति का जज्बा उसमें कूट-कूट कर भरा था। वह बचपन से ही देश की सेवा करने की खातिर फौज में भर्ती होना चाहता था। गत रात्रि मैक्लोडगंज में एक सिपाही ने रात्रि 2 बजे यूनिट के अंदर ही अपने 2 साथियों की गोली मारकर हत्या करने के बाद स्वयं को गोली मार ली थी। इन मारे गए तीनों जवानों में हरपाल सिंह पुत्र तरसेम सिंह निवासी गांव ठुंडी का रहने वाला था। घटना के बाद परिवार का रो-रो कर बुरा हाल था। हरपाल सिंह के बड़े भाई विक्रमजीत सिंह और माता भजन कौर का भी देहांत हो चुका है।

उसका बूढ़ा पिता जिसकी अपने गांव में पुश्तैनी जमीन है, पर कृषि करता है, जबकि उसकी पत्नी रूपिन्द्र कौर भी घर में रहती है। उसके 2 बेटे लिटल फ्लॉवर स्कूल दीनानगर में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। गांव निवासियों के अनुसार हरपाल सिंह जब भी गांव छुट्टी पर आता तो पूरे गांव के लोगों से बहुत चाव से मिलता था।

वर्ष 2000 में फौज में हुआ था भर्ती 
गांववासियों ने बताया कि 10वीं की पढ़ाई के बाद फौज में वर्ष 2000 में फौज में भर्ती हो गया था। इस दौरान लद्दाख सहित कई स्थानों पर उसने बड़े अच्छे ढंगे से देश सेवा की, परंतु धर्मशाला में गत रात क्या हुआ,जिसके चलते दूसरे जवान ने गोलियां मारकर उसकी जान ले ली। सूत्रों के मुताबिक मृतक जवान के पिता तरसेम सिंह भी खुद फौज के सेवानिवृत सैनिक हैं। 

गांववासियों को नहीं हो मौत का विश्वास  
मृतक सिपाही हरपाल सिंह के फूफा के लड़के सुखविन्द्र सिंह निवासी सुल्तानी ने बताया कि उसकी मौत पर उन्हें और गांववासियों को यकीन नहीं आ रहा है। गांव में मातम का माहौल है और रिश्तेदार पहुंच चुके हैं। उक्त जवान का पार्थिव शरीर कल गांव पहुंचेगा और उसके बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

 

Des raj