सड़क हादसे में गई नानी की जान, 3 साल के मासूम ने मां के आंसू पोंछ बंधाया ढाढस

punjabkesari.in Friday, Dec 13, 2019 - 11:39 AM (IST)

नवांशहर/बलाचौर(त्रिपाठी/बैंस): बलाचौर-गढ़ी कानूगो भुलेखा चौक के नजदीक एक मारुति कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि कार में सवार 2 सगी बहनों की मौत हो गई जबकि मृतका के भाई व भतीजी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को बलाचौर के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए पहले नवांशहर और इसके बाद चंडीगढ़ पी.जी.आई. के लिए रैफर कर दिया गया। 

 



परिजनों के अनुसार लुधियाना निवासी जसविन्द्र कौर (58) पत्नी स्व. अवतार सिंह अपनी सगी बहन निर्मला देवी (55) पत्नी हरिराम निवासी बलौंगी (खरड़) अपने भाई पुरुषोत्तम कुमार (47) और भतीजी रूबी (32) के साथ तहसील गढ़शंकर जिला होशियारपुर में पड़ते गांव पंडौरी में किसी निजी कार्य के सिलसिले से जा रहे थे। इस दौरान बलाचौर-गढ़ी कानूगो भुलेखा चौक के नजदीक उनकी कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा कर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में कार में सवार महिला निर्मला देवी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि घायलों को बलाचौर के अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया जहां डाक्टरों ने जसविन्द्र कौर को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल पुरुषोत्तम कुमार और रूबी को पहले नवांशहर के जिला अस्पताल और बाद में पी.जी.आई. चंडीगढ़ के लिए रैफर कर दिया गया। समाचार लिखे जाने तक मृतकों का पोस्टमार्टम चल रहा था।



1 महीने पहले हुई थी पिता की मौत
अस्पताल में मृतका जसविन्द्र कौर के पुत्र ने बताया कि उसके पिता की करीब एक महीना पहले ही बीमारी के चलते मौत हुई थी। वहीं अब मां के गुजर जाने से उनका परिवार अनाथ हो गया है। 

3 साल के पुत्र द्वारा आंसू पोछने से माहौल हुआ गमगीन
हादसे का समाचार मिलने पर अस्पताल में पहुंची मृतका जसविन्द्र कौर की बेटी अपनी मां की मौत पर जब दर्द में डूबी आंसू बहा रही थी तो उसका करीब 3 वर्षीय पुत्र जब अपनी मां के आंसू पोछ कर उसे ढांढस बंधा रहा था तो यह देखकर सभी के दिल पसीज गए। ऐसे में माहौल और अधिक गमगीन हो गया।

ए.एस.आई. अमरजीत सिंह ने बताया कि परिवार की ओर से दिए गए बयानों के आधार धारा 174 तहत कार्रवाई को अमल में लाया जा रहा है।

बहन के सदमे में गई जसविन्द्र की जान!
अस्पताल में एक परिजन ने बताया कि हादसे के बाद गंभीर रूप से घायल जसविन्द्र कौर सहित अन्य को बलाचौर के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए जब लाया गया था, उस समय जसविन्द्र कौर ठीक लग रही थी। उसने शंका जाहिर कि उसे किसी तरह से छोटी बहन के मरने की जानकारी मिल गई जिस उपरान्त उसने भी दम तोड़ दिया।

Edited By

Sunita sarangal