SIT धार्मिक बेअदबी के मामलों की जांच बजट सत्र के बाद करेगी शुरू

punjabkesari.in Tuesday, Feb 25, 2020 - 03:33 PM (IST)

जालंधर(धवन): सुप्रीम कोर्ट द्वारा कोटकपूरा तथा बहबलकलां मामलों में सी.बी.आई. की याचिका को खारिज कर देने के बाद अब पंजाब पुलिस की विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) द्वारा धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामलों की जांच जल्द शुरू की जा रही है। 

फरीदकोट जिले में 2015 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामलों को लेकर बाजाखाना पुलिस थाने में 3 एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। पहली एफ.आई.आर. 2 जून 2015 को दर्ज हुई थी जिसमें बुर्ज जवाहर सिंह वाला से पवित्र बीड़ों की चोरी होने का जिक्र था। दूसरी एफ.आई.आर. 25 सितम्बर 2015 को दर्ज की गई जो धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी से जुड़ी हुई थी। तीसरी एफ.आई.आर. 12 अक्तूबर 2015 को दर्ज की गई थी जो बरगाड़ी गांव में श्री गुरुग्रंथ साहिब के पन्नों को फाडऩे से संबंधित थी। इन तीनों एफ.आई.आर. को पूर्व अकाली-भाजपा सरकार ने जांच के लिए सी.बी.आई. के हवाले कर दी थी। 

विशेष जांच टीम द्वारा संभवत: पंजाब विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने के बाद जांच का कार्य शुरू किया जा सकता है। जांच टीम के प्रमुख स्पैशल डी.जी.पी. प्रबोध कुमार हैं। आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह पहले ही जांच का कार्य शुरू करने के संकेत दे चुके हैं। माना जा रहा है कि एस.आई.टी. के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस संबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार से हरी झंडी ली जाएगी। पंजाब पुलिस की एस.आई.टी. द्वारा फरीदकोट की ट्रायल कोर्ट में तीन चालान पेश किए जा चुके हैं जोकि कोटकपूरा पुलिस फायरिंग से संबंधित हैं। 

पहला चालान 27 मई, दूसरा चालान 6 जून और तीसरा चालान पिछले साल 15 नवम्बर को पेश किया गया। एस.आई.टी. द्वारा एक और चालान पेश किया जा रहा है। इस केस में पुलिस द्वारा 14 अक्तूबर 2015 में कोटकपूरा में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों पर की गई फायरिंग से संबंध रखता है। इसी प्रकार बहबलकलां पुलिस फायरिंग केस को लेकर एस.आई.टी. ने 24 अप्रैल को फरीदकोर्ट अदालत में चालान पेश किया था। 21 अक्तूबर 2015 को बाजाखाना पुलिस थाने में हत्या तथा आई.पी.सी. की विभिन्न धाराओं को लेकर एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। 

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