पोस्टमार्टम के लिए आए कैदी के शव को सिविल अस्पताल में रखने से किया इन्कार

punjabkesari.in Sunday, May 10, 2020 - 11:29 AM (IST)

अमृतसर (संजीव): सिविल अस्पताल व जेल डाक्टरों में खीच-तान का नतीजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। इसका उदाहरण आज सिविल अस्पताल में देखने को मिला। 20 वर्ष की कैद काट रहे कैदी लवप्रीत सिंह की पुरानी बीमारी से मौत हो जाने के बाद जब उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया तो डाक्टरों ने उसके शव को रखने से इन्कार कर दिया।
सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. डा. अरुण कुमार का कहना है कि अस्पताल के पास 8 कैंडियां हैं, जो भरी हुई है, इसलिए उनके पास ओर शव रखने को कोई जगह नहीं है। विडम्बना यह है कि कैदी के परिवार वालों ने किसी तरह एक धार्मिक संस्था से कैंडी का भी प्रबंध कर लिया, मगर बावजूद इसके अस्पताल उसे फिर भी रखने को तैयार नहीं हुआ। जब इस मामले की गहराई में झांका गया तो सूत्रों से पता चला है कि सिविल अस्पताल के डाक्टरों व जेल के डाक्टरों के बीच कुछ खीच-तान चल रही है, जिसका शिकार बीमारी से मौत का ग्रास बने कैदी लवप्रीत सिंह के घरवालों को होना पड़ रहा है।  
जानकारी के अनुसार पिछले लंबे समय से लवप्रीत सिंह टी.बी. से पीड़ित चल रहा था। उपचार के दौरान आज जब उसकी मौत हो गई तो उसके परिवार वालों द्वारा उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में ले जाया गया। जहां उन्हें पता चला कि अस्पताल में शव रखने के लिए कोई प्रबंध नहीं है। अस्पताल द्वारा उन्हें कहा गया कि उनके पास कैंडी नहीं है। भटक रहे कैदी के परिवार वालों ने किसी तरह एक धार्मिक संस्था के साथ सम्पर्क किया और कैंडी का प्रबंध कर शव को फिर से रखने के लिए अस्पताल लेकर गए। इस बार सिविल अस्पताल के डाक्टरों द्वारा यह कहकर शव रखने से इन्कार कर दिया कि उनके पास कैंडी रखने की जगह नहीं है।

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Tania pathak