16 सालों से बिछुड़े बाप-बेटी का Social Media ने करवाया मिलाप, हर तरफ हो रहे चर्चे
punjabkesari.in Tuesday, Nov 26, 2024 - 09:53 AM (IST)
मोगा: एक तरफ जहां ऐसे सोशल मीडिया के युग में रोजाना फेक आई.डी. बनाकर या अन्य विधियों द्वारा कुछ लोग शरारती लोगों द्वारा गुमराहकुन प्रचार किया जा रहा है, जिससे समाज में गलत संदेश भी जाता है, परन्तु दूसरी तरफ, सोशल मीडिया का सही प्रयोग करते एक आस आश्रम सोसायटी मोगा द्वारा डाली वीडियो के बाद 16 वर्षों से बिछुड़े बाप- बेटी का आखिरकार मिलाप हुआ है।
दरअसल, मोगा में सोसायटी चला रहे पंजाब पुलिस मोगा के जवान जसवीर सिंह बावा ने बताया कि 6 वर्ष पहले ओम प्रकाश दिमागी परेशानी की हालत में मिला था तथा जिसकी लगातार सोसायटी में देखभाल की जा रही थी। उन्होंने बताया कि इससे पहले इसका लुधियाना के डी.एम.सी. में इलाज करवाया गया। बावा ने बताया कि अब जब कुछ समय से ओम प्रकाश बीमारी में से निकलकर ठीक होने लगा, तो उसने अपने गांव खेमे उत्तर प्रदेश संबंधी सोसायटी में साथ रह रहे बुजुर्गों को भी बताया। उन्होंने बताया कि 16 वर्षों से दश के अलग-अलग म भटकत्त रहे ओम प्रकाश के गांववासियों तथा सरपंच ने जब यह वीडियो देखी, तो उन्होंने इस संबंधी उनकी बेटी रजनी को अवगत करवाया।
आज जब सैंकड़ों मील से अपने पिता की पहली झलक पाने के लिए पहुंची रजनी ने अपने पिता को पहली दफा देखा, तो उसकी आंखों में से आंसूओं का सैलाब खुद-ब-खुद बह गया। जिंदगी के आखिरी मोड़ पर पहुंचे ओम प्रकाश की बेटी रजनी ठाकुर ने बताया कि उसके पिता जी दिमागी तौर पर परेशान थे तथा 16 वर्षों से आज तक उनका कोई सुराग नहीं लगा था। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले पता ब्लगा था कि वह मध्य प्रदेश के किसी आश्रम में है, हम वहां भी बहुत तलाश की। उन्होंने सोसायटी प्रबंध जसवीर बावा का धन्यवाद करते कहा कि यह आश्रम सचमुच श्री गुरु नानक देव जी द्वारा दर्शाए रास्ते पर चल रहा है।
पिता की अंतिम सांस तक सेवा करने के लिए अपने पास रखेगी बेटी रजनी
लंबी प्रतीक्षा के बाद अपने पिता को मिलने वाली बेटी रजनी ठाकुर ने कहा कि वह अपने पिता ओम प्रकाश को लेकर अब उत्तर प्रदेश जाएगी तथा अंतिम सांसों तक अपने पिता की सेवा करेगी। उन्होंने कहा कि उसका पिता ओम प्रकाश भी उसके साथ जाने के लिए तैयार है।
100 बुजुर्ग अनाथों के लिए आसरा है सोसायटी
बताना बनता है कि मोगा के रौली रोड स्थित पुलिस मुलाजिम जसवीर सिंह बावा द्वारा शुरू की सोसायटी 100 से ज्यादा अनाथों के लिए आसरा है। अध्यक्ष प्रभदीप सिंह काला धल्लेके, पत्रकार सर्बजीत सिंह रौली, मीता ठेकेदार आदि ने सोसायटी द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की है।