महानगर के कुछ और अकाली नेता कर सकते हैं AAP का रुख

punjabkesari.in Friday, Jan 08, 2021 - 01:43 PM (IST)

लुधियाना (हितेश): महानगर के कुछ और अकाली नेता आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी का रुख कर सकते हैं। यहां बताना उचित होगा कि कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर अकाली- भाजपा का दशकों पुराना गठजोड़ टूटने के बाद दोनों पार्टियों में एक-दूसरे के नेताओं को तोड़ने की होड़ लगी हुई है।

इसके बावजूद अकाली-भाजपा के कई नेता यह सोचकर पार्टियों के साथ डटे हुए हैं कि सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा के तहत शायद उनका नंबर लग सकता है। इसके अलावा कई नेता ऐसे भी हैं जिनको किसान आंदोलन के दौरान अकाली-भाजपा का सबसे ज्यादा विरोध होने के मद्देनजर अपना सियासी भविष्य धुंधला नजर आ रहा है।

इनमें से कुछ नेताओं ने तो अकाली-भाजपा से इस्तीफा दे दिया है और कइयों ने दूसरी पार्टियों का दामन थाम लिया है। सियासी जानकारों के मुताबिक 1984 जैसे मुद्दों को लेकर सारी उम्र भड़ास निकालने के बाद अब कांग्रेस के साथ जाने का फैसला लेना अकाली नेताओं के लिए मुश्किल हो रहा है।

इस दौर में ढींडसा ग्रुप से ज्यादा आम आदमी पार्टी को अकाली दल छोड़ने वाले नेताओं की पहली पसंद माना जा रहा है जिसकी शुरूआत पिछले दिनों यूथ अकाली दल के सीनियर लीडर तरसेम भिंडर द्वारा की गई है। बताया जाता है कि भिंडर के अलावा भी अकाली दल के नेताओं की लंबी सूची है जो जिले की किसी भी सीट पर मजबूत दावेदार का अभाव होने का फायदा उठाने के लिए आम आदमी पार्टी में जाना चाहते हैं।

इनमें से कुछ नेताओं की आम आदमी पार्टी के नेतृत्व के साथ मीटिंग भी हो चुकी है जिसके नतीजे आने वाले दिनों में महानगर के सियासी मैदान पर देखने को मिल सकते हैं।
 

Tania pathak