विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस प्रयासों को अंजाम तक पहुंचाने हेतु सोनिया मैदान में कूदीं

punjabkesari.in Saturday, Nov 03, 2018 - 04:57 PM (IST)

जालंधर(धवन): लोकसभा के 2019 में होने वाले आम चुनावों में विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस प्रयासों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए यू.पी.ए. की चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी मैदान में कूद पड़ी हैं तथा उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ इस मामले को लेकर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। सोनिया ने इस संबंध में पार्टी को दिशा-निर्देश दिए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही विपक्षी एकता के लिए प्रयास कर रहे हैं। 

सोनिया ने पार्टी नेताओं को कहा है कि 2019 में कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष का एक व्यापक मोर्चा भाजपा के विरुद्ध बनना चाहिए। इसके लिए सोनिया ने कुछ वरिष्ठ नेताओं की डयूटियां भी लगा दी हैं। पता चला है कि इस संबंध में कांग्रेस नेतृत्व की कोशिशे हैं कि 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के सम्पन्न होने के बाद विपक्षी एकता के प्रयासों को और तेज कर दिया जाए। जनता के बीच में भी कांग्रेस नेतृत्व विपक्षी एकता का संदेश पहुंचाना चाहती है। 

कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में विपक्षी एकता के प्रयास सिरे नहीं चढ़ सके थे, क्योंकि बसपा ने छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश में अपने बलबूते पर कांग्रेस से अलग होकर चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव की दृष्टि से विपक्षी एकता काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर यू.पी. जैसे बड़े राज्यों में भाजपा को पराजित करना है तो समूची विपक्षी पाॢटयों को एकजुट होना होगा। 

कांग्रेसी हलकों ने बताया कि सोनिया गांधी मैदान में इसलिए आई है क्योंकि उनके सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं। सोनिया का सभी विपक्षी नेता सम्मान करते हैं। इसलिए यह भी कहा जा रहा है कि राज्य विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद कांग्रेस की पकड़ मजबूत होगी क्योंकि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनावों के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आएंगे। इसलिए कांग्रेस अपने नेतृत्व में सभी विपक्षी दलों को उस समय एक झंडे के नीचे आने का आह्वान जोरदार ढंग से करेगी। कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी हैं, जिसकी जड़ें सभी राज्यों में फैली हुई हैं। इसलिए कांग्रेस अपने नेतृत्व में एक बड़ा विपक्षी मोर्चा बनाने के लिए प्रयासरत्त है।

Mohit