तहसीलदार के स्टिंग मामले में कैप्टन करें कांग्रेसी विधायक के नाम का खुलासा : खैहरा

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 08:15 AM (IST)

चंडीगढ़ (शर्मा): सोशल मीडिया में वायरल खमाणो के तहसीलदार हरफूल सिंह के  स्टिंग  की वीडियो को प्रिंट मीडिया को जारी करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने मांग की है कि इस मामले में कै. अमरेंद्र सिंह को उस कांग्रेसी विधायक के नाम का खुलासा करना चाहिए जिसने नायब तहसीलदार की नियुक्ति के लिए 3 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। 

 

उन्होंने आरोप लगाया कि तहसीलदार के खुलासे से कांग्रेस के भ्रष्टाचार को रोकने के दावों की पोल खुल गई है। खैहरा ने कहा कि स्टिंग वीडियो में तहसीलदार यह कह रहा है कि हाल ही में पी.सी.एस. नियुक्त हुए उसके साथी नायब तहसीलदार के पास से विधायक ने 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। तहसीलदार ने यह भी माना है कि उसके विधायक से अच्छे संबंध हैं और वह पोस्टिंग का रेट कम करवाने की कोशिश करेगा, क्योंकि भ्रष्टाचार से कोई पैसा न कमाने के कारण नया नवनियुक्त तहसीलदार सिर्फ 1 लाख रुपए ही दे सकता है।

 

खैहरा ने कहा कि तहसीलदार ने यह माना है कि अच्छी नियुक्ति के लिए पैसा दिए जाने के अलावा भी राज्य में अंधा भ्रष्टाचार है और कोई भी काम बिना रिश्वत के नहीं होता है। 15 अगस्त, 26 जनवरी आदि जैसे सरकारी समारोहों का सारा भार राजस्व विभाग के अफसरों को ही उठाना पड़ता है। यह उनकी पुख्ता सोच है कि ऐसा भ्रष्टाचार सीधे तौर पर पंजाब के हरेक सरकारी दफ्तर में हो रहा है। यह सिं्टग कै. अमरेंद्र सिंह सरकार के भ्रष्टाचार पर नकेल कसने व भ्रष्टाचार खिलाफ जीरो टॉलरेंस के चुनावी वायदे के फ्लॉप होने का परिचायक है। खैहरा ने आशंका जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तहसीलदार हरफूल सिंह के सिं्टग पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगे और यदि की भी तो तहसीलदार के खिलाफ सिर्फ नाममात्र कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि भ्रष्टाचार चंडीगढ़ से शुरू होकर राज्य के हर कोने तक पहुंचता है, क्योंकि सत्ताधारी राजनीतिज्ञ इसे संरक्षण दे रहे हैं।

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