कोरोना के बढ़ रहे मामलों को लेकर पंजाब के इन जिलों में होगी सख्ती: कैप्टन

punjabkesari.in Saturday, Aug 15, 2020 - 08:49 AM (IST)

जालंधर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह ने आज अपने साप्ताहिक फेसबुक प्रोग्राम ‘आस्क कैप्टन’ में पंजाब में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर फिर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पंजाब में हर रोज 1000 से अधिक कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं और जिन जिलों में सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं, उनमें लुधियाना, पटियाला और जालंधर शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उक्त 3 जिलों में हर रोज कोरोना के सैंकड़ों मामले सामने आ रहे हैं, जिस कारण इन जिलों में और सख्ती की जा रही है।

पंजाब में कोविड मामलों में हो रहे वृद्धि और राज्य में आते कुछ हफ्तों में इसके शिखर तक पहुंचने की चिंता के चलते पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह ने इस महामारी पर काबू पाने के लिए सख्त कदम उठाने के साथ-साथ रात 9-00 बजे से सुबह 5-00 बजे तक सभी शहरों में कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है। बड़े शहरों की सैक्टर अधारित बांट और हर सैक्टर में स्वास्थ्य विभाग की टीमों के संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाने में सहायता के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने के बारे ऐलान करते मुख्यमंत्री ने कहा कि रात के समय कर्फ्यू अब सभी शहरों पर लागू होगा और उद्योगों को इससे छूट होगी। कैप्टन अमरेंदर सिंह की ओर से लोगों का बिना जरूरी काम के आने-जाने के और सामाजिक मिलाप को रोकने के लिए लुधियाना, पटियाला और जालंधर में अगले 15 दिनों के लिए हफ्ते के अंतिम दिनों (शनिवार और रविवार) दौरान घर में रहने (स्टे एट होम) का ऐलान किया जिसके बाद स्थिति का फिर जायजा लिया जाएगा।

इस फैसले के अनुसार हर मैरिज पेलेस, रैस्टोरैंट, दफ्तर जहां 10 से ज्यादा लोग इकट्ठा होते हैं, की ओर से एक कोविड सुपरवाइजर तैनात किया जाएगा जिससे मास्क पहनने, कीटाणू रहित बनाने और सामाजिक दूरी को अमल में लाना यकीनी बनाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि टीमें इन स्थानों का दौरा करके जांच पड़ताल करेंगी और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सामाजिक स्तर पर ज्यादा लोगों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के टैस्ट आने वाले हफ्ते में किए जाएंगे और स्वास्थ्य, पुलिस और अन्य विभागों के कोरोना पर जीत हासिल वाले (जो ठीक हो चुके हैं) की अगली कतार में ड्यूटी लगाई जाएगी। यह दिशा निर्देश मामलों में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए दिए गए हैं। पिछले 7 दिनों में प्रतिदिन औसतन 1000 केस रिपोर्ट हो रहे हैं। पिछले हफ्ते ज्यादातर केस लुधियाना, पटियाला, जालंधर, अमृतसर और मोहाली से सामने आए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड से हो रही मौतों की बढ़ रही दर बीमारी से प्रभावित होने वालों की जल्द टेस्टिंग और 72 घंटों के में अस्पताल को इलाज के लिए रिपोर्ट किए जाने से रोकी जा सकती है। उन्होंने कहा कि यदि जिंदगी को सुरक्षित रखना है तो इलाज जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि, 'कोई बात नहीं' या 'मौसम की बात है' जैसी पहुंच ने काम नहीं करना। उन्होंने लोगों से अपील की कि, 'ख़ुद डाक्टर न बनें, बीमारी की पहचान और इलाज की सलाह का काम डाक्टरों के लिए छोड़ दें।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'कोविड के साथ कोई नकारात्मक धारणा नहीं जोड़नी चाहिए। अपना टैस्ट करवाने से न झिझकें, इसमें कुछ भी नहीं.. पूरी दुनिया अपने टैस्ट करवा रही है।' उन्होंने बताया कि चार नई टेस्टिंग सहूलतों की वृद्धि के साथ अब रोज 13000 टैस्ट किए जा रहे हैं और महीने के अंत तक यह सामर्थ्यता 20000 को तक पहुंच जाएगी।

कैप्टन अमरेंदर सिंह ने कहा कि उनकी ओर से स्वास्थ्य विभाग को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि माइक्रो सीमित जोनों में रहने वाले सभी व्यक्तियों के तीन दिनों में टैस्ट किए जाएं। नकारात्मक धारणाएं जो लोगों को टेस्टिंग के लिए बाहर निकलने से लगातार रोक रही हैं, के बारे में चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री की ओर से सभी धार्मिक और राजनीतिक जत्थेबंदियों के मुखियों को अपने टैस्ट करवा कर मिसाल पैदा कर लोगों का नेतृत्व करने की अपील की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने आज फिर अपना टैस्ट करवाया है।

मुख्यमंत्री ने ठीक हो चुके मरीजों को अपनी अपील दोहराई कि वह दूसरों की सहायता के लिए राज्य में चल रहे तीन प्लाजमा बैंकों में अपना प्लाज्मा दान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे मास्क पहनने का उल्लंघन करने के मामले कुछ हद तक घटे हैं, लोगों द्वारा सख्ती के साथ सुरक्षा उपायों की पालना जारी रखे जाने की जरूरत है जो बीमारी का एकमात्र इलाज है। उन्होंने कहा कि हर किसी को कोविड की चपेट में आने से बचने के लिए घरों के अंदर और बाहर मास्क जरूर पहनने चाहिएं।

 

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Sunita sarangal