कनाडा जाने वाले छात्र रहें सावधान, वरना लग सकता है करोडो़ं रुपए का चूना, जानें कैसे

punjabkesari.in Monday, May 30, 2022 - 07:46 PM (IST)

जालंधर (सुधीर) : पंजाब के लोगों को विदेश भेजने के नाम पर कई ट्रैवल एैंजटों दूारा ठगी के कई मामले तो सामने आते ही रहते हैं, पर अब कनाडा में बैंक करप्सी के चलते कई प्राईवेट कालेज बंद होने के चलते भारतीय छात्रों की मेहनत के करोडों रुपए डूबने के मामले सामने आने लगे हैं, जिस बात को लेकर पंजाब के कई ट्रैवल कारोबारियों के दफतरों में प्राईवेट कालेजों में डूबी फीस वापिस करने को लेकर हंगामे भी हो रहे है। बताया जा रहा है कि कई अन्य प्राईवेट कालेजों पर भी बैंक करप्सी का खतरा मंडरा रहा है, अगर उक्त कालेज भी बंद हो गए तो भारतीय छात्रों के परिजनों की मेहनत की कमाई के करोडों रुपए और डूब सकते हैं। 

दूसरी तरफ बताया जा रह है कि पंजाब के कई बडे मगरमच्छों ने पढाई के तौर पर भारतीय छात्रों से करोडों रुपए कमाने के चक्कर में कनाडा में करोडों रुपए इनवैस्ट करके वहां के प्राईवेट कालेज ही खरीद डाले। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि उक्त शातिर ट्रैवल कारोबारी गुप-चुप ढंग से भारतीय छात्रों को प्राईवेट कालेजों में भेज कर करोडों रुपए का कारोबार कर रहे हैं। आम तौर पर देखा जाए तो पंजाब के छात्रों में कनाडा में पढाई करने का रुझान सबसे ज्यादा है जिस कारण पंजाब में भी सबसे ज्यादा छात्र कनाडा में पढाई करने के लिए अपने आवेदन पत्र अप्लाई करते हैं, जिसके चलते पंजाब के कई ट्रैवल कारोबारियों द्वारा भारतीय छात्रों को विदेश भेजने व करोडों रुपए कमाने के नाम पर पंजाब व अन्य राज्यों में एजुकेशन सैमीनार करवाए जाते हैं, जिसमें छात्रों को जल्द पी.आर. होने व वहां पढाई के साथ-साथ काम करने जैसे सुनहरे सपनें दिखाकर उन्हें प्राईवेट कालेजों के लिए रैफर किया जाता है। आम तौर पर पंजाब के छात्रों को पढाई पूरी करने के बाद कनाडा में पढाई करने का करेज सबसे ज्यादा है क्योंकि हर कोई विदेश में पढाई करने के साथ-साथ वहां जाकर मेहनत के साथ कमाई कर अपने मां-बाप के सपनों को पूरा करना चाहता है। जिसके चलते छात्र भारत में अपनी पढाई पूरी करने के बाद वह ट्रैवल कारोबारियों के दफतरों यां उनके सैमीनार में पहुंचता है क्योंकि उसे जल्द कनाडा पहुंचने का क्रेज होता है। कई ट्रैवल कारोबारी तो छात्रों को बिल्कुल सही गाईड करते हैं कि आप वहां पर पढ़ाई के साथ-साथ पैसा भी कमा सकते हैं और अपने सपने पूरे कर सकते हैं। 

 
पहले होती थी मोटी कमीशन की डील, अब कमीशन खत्म
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पंजाब के कई बड़े मगरमच्छ पहले छात्रों को विदेश भेजने के नाम पर विदेशों की यूनिवर्सिटीज व प्राईवेट कालेजों से मोटी कमीशन की डील करते थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पंजाब के बडे मगरमच्छ एक समैस्टर में 400 से 500 छात्रों को विदेशों में भेज कर मोटी कमीशन कमाते थे। इसी बात को लेकर अब कई बडे मगरमच्छों ने कनाडा में करोडों रुपए इनवैस्ट करके वहां के प्राईवेट कालेज ही खरीद डाले। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि इन प्राईवेट कालेजों में भारतीय छात्रों को पढाई के साथ-साथ वहां पक्के तौर पर सैटल होने व स्कालरशिप व काम जल्द मिलने का झांसा देने व ट्रैवल कारोबारियों को मोटी कमीशन का लालच देकर कालेज की सीटें बेचने का गोरखधंधा भी जोरों पर ही शुरु हो चुका है। जिस कारण अब कमीशन का खेल खत्म।

 
हैलो भाज्जी, अज्ज फलाने नाल डील पक्की हो गई, ओ हुण लोकां नूं साडा कालेज ही वेचूगा

कुछ शातिर कारोबारियों ने कालेज की सीटें बेचने के लिए अब राज्य व अन्य राज्यों में मार्किटिंग करने के लिए कई एजैंट रखने शुरू कर दिए है, अच्छी सैलरी व आलीशान यात्रा व रहन-सहन के अलावा काम के अनुसार अच्छा इनसैनटिव देने के पैकेज देने शुरू कर दिए हैं, जिस कारण उक्त लोग भी हवाई यात्रा करके व आलीशान होटलों में रुक कर कई ट्रैवल कारोबारियों से मोटी कमीशन देने के चलते उनसे सौदेबाजी करके अपने बास को खुश करने के लिए डेली रिर्पोट देते हैं। भाजी अज्ज फलाने नाल डील पक्की हो गई आपां नूं ऐस साल करोडां दा कम होर मिल गया जे ते फलानां एजैंट हुण लोकां नूं साडा कालेज ही वेचू।  

 
अस्सी की कर सकदें हां तुस्सी दस्सो, कालेज नूं सिर्फ मेल ही पा सकदें आं
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले भी कनाडा के क्यूबिक व मांट्रियल में कई विवादित कालेजों में भारतीय छात्रों की मेहनत के करोडों रुपए फंसे थे। बताया जा रहा है कि अभी भी कई छात्रों के उक्त कालेजों में मेहनत की कमाई के पैसे फंसे हुए है। फीस वापिस मांगने को लेकर कई छात्रों व उनके परिजनों के कई ट्रैवल कारोबारियों के दफतरो में जा जा कर जूते तक घिस गए हैं। फीस वापिस मांगने पर जवाब मिलता है अससी की कर सकदे हां हुन तुसी दसो, अस्सी तां कालेज नूं मेल ही पां सकदे हां। ऐसे सवाल सुनकर कई लोग तो वापिस आ जाते थे, पर कईयों ने उक्त ट्रैवल कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए पुलिस विभाग को शिकायतें दी थी। पुलिस की सखती को देखते हुए कई ट्रैवल कारोबारियों ने तो कई छात्रों की फीस वापिस कर दी पर अभी भी कई लोग अपनी फीस वापिस मांगने के चक्कर में कई ट्रैवल कारोबारियों के दफतरों में चक्कर लगा रहे है। 


विदेशों में भी खोले बैंक खाते व ले रखे हैं लोन
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि कई बड़े मगरमच्छों ने तो विदेशों में भी कई बैंकों में अपने खाते खोल लिए हैं। प्राईवेट कालेजों से आने वाली मोटी कमीशन उक्त ट्रैवल कारोबारी अब विदेशों के खातों में ही ले रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पहले उक्त कारोबारी भारत में खुले अपने बैंक खातों में कमीशन मंगवाते थे, जिस कारण उन्हें विदेश से आई पेमैंट का टैक्स भुगतान भी करना पडता था। दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि कई ट्रैवल कारोबारियों ने विदेश के बैंकों से भी प्राईवेट कालेज खरीदने के नाम पर लोन ले रखे है। भगवान ना करे अगर उक्त कालेजों पर भी बैंक करप्सी की गाज गिर गई तो उसका खमियाजा किसे भुगतना पड़ेगा।

आईलैटस में 500 से 2000 फीस लो, वीजा में लाखो कमाओ
आम तौर पर देखा जाता है कि तकरीबन हर छात्र को पढाई के तौर पर विदेश जाने के लिए आईलैटस टैस्ट पास करना अनिवार्य होता है, जिसके चलते आईलैटस टैस्ट की तैयारी के लिए छात्रों को हजारों रुपए तक की फीस भी देनी पड़ती थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आईलैटस टैस्ट की तैयारी के लिए अब कुछ ट्रैवल कारोबारियों ने नए आईलैस्ट सैंटर खोल कर छात्रों से मात्र 500 से 2000 रुपए फीस लेनी शुरू कर दी है ताकि वहां से पढ़ने वाले छात्रों को झांसे में लेकर उन्हें विदेश के प्राईवेट कालेजों में भेज कर वह वहां से प्रत्येक छात्र से लाखों रुपए कमा सके।


आन लाईन एजुकेशन के नाम पर करोड़ों रुपए कमाए, न लगा वीजा, न गया छात्र विदेश
कोरोना काल के बीच ट्रैवल कारोबारियों ने ना तो छात्रों को विदेश भेजा व न ही उनकी विदेश के प्राईवेट कालेजों में भेजी फीस वापिस दिलवाई। बल्कि आनलाईन एजुकेशन के नाम पर भारतीय छात्रों को विदेश के कई प्राईवेट कालेजों में दाखिला दिलवा कर उनसे मोटी कमीशन डकार ली। बताया जा रहा है कि कोरोना काल के बीच जहां हर किसी का कारोबार बंद था। वहीं कुछ ट्रैवल कारोबारियों ने विदेश के प्राईवेट कालेजों के साथ सांठ-गांठ करके व मोटी कमीशन कमाने के नाम पर छात्रों को विदेशों के प्राईवेट कालेजों में दाखिला दिलवा कर करोडो़ं रुपए विदेशों के कालेजों मे भेज दिए। कोरोना काल व लाक डाऊन के चलते सब कुछ बंद होने के दौरान न तो छात्रों का वीजा लगा व ना ही वह विदेश जा पाए। जिसके चलते छात्रों को आनलाईन एजुकेशन के नाम पर कोरोना काल में भी ट्रैवल कारोबारियों ने करोड़ों रुपए कमा कर छात्रों से खिलवाड़ कर डाला।


काम की भी है भारी कमी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि कोरोना की मार पूरे विश्व भर में पड़ी, जिस कारण पूरे विश्व को मंदी की मार झेलनी पड़ी, जिस कारण भारत ही नहीं बल्कि विश्व भर में कोरोना के चलते सभी का कारोबार ठप्प रहे। लोगों को खाने तक के लाले पड़े गए व कारोबारियों को अपने आफिस व स्टाफ का खर्चा तक निकालना मुश्किल हो गया, जिस कारण कई कारोबारियों ने तो अपने कारोबार ही बंद कर दिए। 
 
क्या रखें सावधानी
कनाडा का आवेदन पत्र अप्लाई करने से पहले आप यूनिवर्सिटी व कालेज की प्रोफाईल की अच्छी तरह से जांच कर लें। किसी भी ट्रैवल कारोबारी के झांसे में न आएं। कनाडा सरकार दूारा मान्यता प्राप्त सरकारी यूनिवर्सिटी व सरकारी कालेज को ही प्रथामिकता दें। अगर आप के साथ किसी ने ठगी की है तो उसकी सूचना पुलिस को तुरंत दें। नहीं तो आपको भी चूना लग सकता है।
 


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Content Writer

Subhash Kapoor

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