CBSE की नई पहल: Students अब Board Classes से नहीं होंगे Fail!
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 08:53 AM (IST)
लुधियाना (विक्की): सैंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंडरी एजुकेशन (सी.बी.एस.ई.) ने छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों को बढ़ाने और असफलता के डर को कम करने के लिए एक बड़ी पहल की है। बोर्ड ने घोषणा की है कि 10वीं की बोर्ड परीक्षा में यदि कोई छात्र विज्ञान, गणित या सामाजिक विज्ञान जैसे मुख्य विषयों में से किसी एक में फेल होता है तो उस विषय को छठे अतिरिक्त स्किल विषय से बदला जाएगा। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को उनके कमजोर विषयों में असफलता से बचाने के साथ-साथ स्किल- आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना है। बोर्ड ने 9वीं और 10वीं कक्षा के लिए 22 कौशल विषय शामिल किए हैं, जो छात्रों को पारंपरिक पढ़ाई के अलावा व्यावसायिक और तकनीकी कौशल में दक्षता प्राप्त करने का मौका देते हैं।
स्किल विषयों की सूची
सी.बी.एस.ई. द्वारा पेश किए गए स्किल विषयों में शामिल हैं:
रिटेल,सूचना प्रौद्योगिकी, सुरक्षा, ऑटोमोटिव, वित्तीय बाजार, पर्यटन, ब्यूटी एंड वैलनैस, कृषि, खाद्य उत्पादन, फ्रंट ऑफिस ऑप्रेशन, बैंकिंग और बीमा, मार्कीटिंग और बिक्री, स्वास्थ्य देखभाल, अपैरल, मल्टी मीडिया, मल्टी स्किल फाऊंडेशन कोर्स, ए, आई., फिजीकल एक्टीविटी ट्रेनर, डेटा साइंस, इलैक्ट्रोनिक्स और हार्डवेयर, फार्मास्यूटिकल और बायोटैक्नोलॉजी के लिए फाऊंडेशन स्किल्स, डिजाइन थिकिंग और इनोवेशन।
स्कोरिंग का उदाहरण
* विषय 1: भाषा 1 (अधिकतम अंक: 100)
* विषय 2: भाषा 2 (अधिकतमअंक : 100)
* विषय ३: विज्ञान (अधिकतमअंक : 100)
* विषय 4 : गणित (अधिकतम अंक: 100)
* विषय 5: सामाजिक विज्ञान (अधिकतम अंक: 100)
* विषय 6 (स्किल विषय) : छठा अतिरिक्त विषय (अधिकतम अंक : 100)
यदि छात्र सामाजिक विज्ञान में असफल होता है तो स्किल विषय का स्कोर उसके कुल स्कोर में शामिल किया जाएगा।
परीक्षा स्कोरिंग का नया पैटर्न
सी.बी.एस.ई. ने कहा है कि छात्रों का प्रदर्शन बैस्ट ऑफ फाइव के आधार पर आंका जाएगा। इसका मतलब है कि यदि कोई छात्र विज्ञान, गणित और सामाजिक बिज्ञान जैसे तीन अनिवार्य विषयों में किसी एक में असफल होता है तो स्किल विषय (छठे अतिरिक्त विषय) को स्कोर में शामिल कर उसके प्रतिशत की गणना की जाएगी।