निराशा में डूबा सुखबीर लेने लगा झूठ का सहारा : कै. अमरेंद्र

punjabkesari.in Wednesday, Mar 18, 2020 - 08:33 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल के आरोपों को ‘हताशा भरा झूठ’ करार देते हुए कहा कि सुखबीर बादल राजनीतिक सुर्खियां बटोरने के प्रयासों में सोचने-समझने की शक्ति खो बैठे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा सारा पंजाब जानता है कि शिअद प्रमुख किस चरित्र के व्यक्ति हैं और प्रदेश के लोग उनको व उनकी पार्टी को रिजैक्ट कर चुके हैं। अपनी नाकामी को उनका अहंकार हजम नहीं कर पा रहा। कांग्रेस सरकार के खिलाफ सुखबीर के ताजा तेवर ने उनकी निराशा को दर्शाया है।

बरगाड़ी और बेअदबी के मामलों से जनता का ध्यान हटाने के अपने हताशा भरे प्रयासों के साथ सुखबीर स्पष्ट तौर पर इस वास्तविकता से जूझ रहे हैं कि उनके अपराध अब उन पर शिकंजा कस रहे हैं। कैप्टन ने कहा कि सुखबीर के झूठ का पुङ्क्षलदा साफ बता रहा है कि वह बहुत ज्यादा डरे हुए हैं। बरगाड़ी मामले में कांग्रेस के खिलाफ सुखबीर के बेबुनियाद और झूठे आरोप यह दर्शा रहे हैं कि सुखबीर समझ चुके हैं कि वह व उनकी पार्टी के सहयोगी सच्चाई को छिपा नहीं सकते और कानून से बचे नहीं रह सकेंगे। कैप्टन ने कहा कि क्या सुखबीर भूल गए कि जब पंजाब में पवित्र ग्रंथों को फाड़ा और जलाया गया था तब वह और उनका परिवार सरकार चला रहे थे। तब वह राज्य के गृह मंत्री थे जब निर्दोष लोगों पर बहबल कलां और कोटकपूरा में गोली चलाई गई थी?

अकाली-भाजपा सरकार की नाक तले जो कुछ हुआ है उसे पंजाब के लोग न तो भूलेंगे और न ही उन्हें को माफ करेंगे। सुखबीर को फटकार लगाते हुए कैप्टन ने कहा कि आपकी सरकार 10 साल में अपने वादों को 10 फीसदी भी पूरा नहीं कर सकी जबकि हमने मात्र 3 साल में अपने वादों को 75 फीसदी से ज्यादा पूरा किया है। कैप्टन ने कहा कि उनके पास अपनी सरकार की उपलब्धियों का सारा ब्यौरा और डाटा है जबकि अकाली एक दशक के अपने राज में एक भी बड़ा काम बताने में नाकाम रहे हैं। कैप्टन ने सुखबीर द्वारा उन्हें हर रोज कार्यालय में बैठने पर सवाल उठाते हुए कहा कि पंजाब की जनता को इस बात से कुछ लेना-देना नहीं है। लोग जमीनी स्तर पर काम होते देखने में रुचि रखते हैं। 

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