स्कूल के बाथरूम में लटका मिला था छात्र, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुले कई राज

punjabkesari.in Thursday, Mar 12, 2020 - 04:05 PM (IST)

मोहाली(विनोद राणा): सैक्टर-70 मैरोटोरियस स्कूल में सोमवार रात को 11वीं के छात्र हरमनजीत सिंह (17) की सदिंग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शव स्कूल के बाथरूम में फंदे पर लटका मिला है।

पहले तो पुलिस स्कूल की शिकायत पर मामले में 174 की कार्रवाई कर रही थी, लेकिन मृतक के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर हत्या का आरोप लगाया है। इसके बाद पुलिस ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या (304ए) का केस दर्ज किया। मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ चुकी है, जिनमें मृतक के शरीर पर एक इंजरी होने की बात की भी पुष्टि की जा रही है। पंजाब अंगेस्ट क्राइम संस्था के प्रधान सतनाम दांउ ने केस की जांच सही तरीके से करवाने के लिए पंजाब के डी.जी.पी., एस.एस.पी. मोहाली, मिनिस्ट्री ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड डिवैल्पमैंट, नैशनल कमीशन फॉर प्रोटैक्शन ऑफ चाइल्ड राइटज, मिनिस्टरी ऑफ ह्यूमन रिर्सोसिस डिवैल्पमैंट, पंजाब स्टेट चाइल्ड राइटज कमीशन को पत्र लिखा है। मांग की कि जिन डॉक्टरों के पैनल ने बच्चे की पोस्टमाटम रिपोर्ट तैयार की उन सभी को जांच के घेरे में लाया जाए।

डिपार्टमैंटल कमेटी से जांच करवाने की मांग
स्कूल प्रबंधन के उच्च अधिकारी मल्होत्रा ने बताया कि पुलिस जांच कर ही रही है। उनकी ओर से भी इसे लेकर एक डिपार्टमैंटल कमेटी बनाने की सिफारिश करते हुए एजुकेशन सैक्रेटरी को लिखकर भेज दिया गया है। बुधवार को एजुकेशन सैक्रेटरी बाहर थे और वह वीरवार को आएंगे। 

 

स्कूल वाले बोले-इलाज चल रहा है, डॉक्टर ने कहा-दुनिया में नहीं रहा
थाना मटौर में मृतक के पिता तरसेम सिंह ने शिकायत दी है कि वह मोरिंडा में पड़ते गांव रतनगढ़ में रहते हैं और 9 मार्च रात 8 बजे बेटे की इंचार्ज अमन का फोन आया था। उसने कहा कि हरमनजीत चक्कर खाकर गिर पड़ा है, जल्दी आ जाओ। स्कूल प्रिंसीपल का फोन आया। उन्होंने कहा कि आपके बच्चे की तबीयत ठीक नहीं है। जब उन्होंने कहा कि बेटे से बात करवा दो, इस पर प्रिंसिपल ने आवाज लगाई कि हरमन अपने पिता से बात कर लो, लेकिन फोन पर बात नहीं की। इसके बाद फोन काट दिया। 8.35 बजे हॉस्टल वार्डन का फोन आया कि हरमनजीत को फेज-6 के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वहां पर आ जाओ। जब वह अस्पताल पहुंचे तो काफी देर तक कुछ नहीं बताया गया। फिर कहा कि बच्चे का इलाज चल रहा है। वह डॉक्टर के पास गए तो डॉक्टर ने बताया कि आपका बच्चा इस दुनिया में नहीं है। उसका शव फ्रीजर में रखा गया है। जब उन्होंने उसकी बॉडी देखी तो दंग रह गए। उसके चेहरे व शरीर पर मारपीट के कई निशान थे। ऐसा लगता था कि उसको मारा गया हो। 

 

स्कूल जाकर और खुले राज
तरसेम ने बताया कि अस्पताल से वह अपने भाई सतगुर सिंह, भतीजे जगमेल सिंह व सुखचैन के साथ रात को स्कूल में गए। जब वे हॉस्टल पहुंचे तो सिक्योरिटी इंचार्ज ने बताया कि आपके बेटे को पहले इलाज के लिए वार्डन अपने स्कूटर पर बिठाकर सोहाना के ही एक प्राइवेट अस्पताल मे लेकर गई थी, लेकिन डाक्टरों द्वारा मना करने के बाद वार्डन फिर से हरमनजीत को लेकर स्कूल में आ गई। इसके बाद वह उसे फेज-6 अस्तपताल ले गई थी। मृतक के चाचा सतगुरु ने आरोप लगाया कि हरमनजीत का कत्ल हुआ है। क्योंकि उसके कमरे में भी खून के निशान हैं और बाथरूम में भी। अगर उसने खुद फंदा लगाया होता तो वहां खून के निशान क्यों हैं? इससे साफ पता चलता है कि पहले उससे मारपीट की गई है और बाद में उसे बाथरूम में ले गए और उसके गले मे फंदा बांध दिया कि सुसाइड लगे। 
 

एक छात्र को भेज दिया घर
तरसेम ने कहा कि स्कूल प्रबंधन सच छुपाने की कोशिश कर रहा है। स्कूल द्वारा बेटे की मौत के कुछ देर बाद एक छात्र को उसके घर भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की हाईट पांच फुट छह इंच के करीब थी, जबकि जिस जगह बेटे द्वारा फंदा लगाने की बात कही जा रही है। वह साढ़़े चार फुट बताई जा रही है। ऐसे में अगर फंदा लगाता है तो उसके पांव नीचे लगेंगे। वहीं, कमरे में भी खून के निशान मिले हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक सुसाइड नहीं
रिटा. सिविल सर्जन डॉ. मुलतानी ने बताया कि मृतक हरमनजीत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी है। इसके बाद उन्हें एक बात तो क्लीयर हो रही है कि बच्चे ने सुसाइड नहीं किया है। मृतक के शरीर पर भी काफी जगह पर चोट के निशान भी हैं। रिपोर्ट में जो गर्दन पर फंदे के निशान हैं, उनके साइज अलग-अलग आ रहे हैं। 

नहीं किया बाथरूम, कमरा सील
मृतक के चाचा सतगुर ने आरोप लगाया कि भतीजे की मौत काफी देर पहले हो चुकी थी, जबकि उन्हें उसकी सूचना काफी देर बात दी गई। उसके बाद भी पुलिस ने न तो बाथरूम और न ही कमरा सील किया। 

सिर्फ 6 महीने हुए थे स्कूल आते
सतगुर ने बताया कि हरमनजीत का एक छोटा भाई है, जो रतनगढ़ के स्कूल में ही पढ़ता है। हरमनजीत ने 10वीं वहीं के स्कूल में की है। 10वीं में 92 प्रतिशत नंबर आए थे। वह मैडीकल लेना चाहता था। एंट्रैंस का पेपर मोहाली में दिलवाया और उसका नंबर सैक्टर-70 स्थित मेरीटोरियस स्कूल में आ गया, उसे स्कूल में आते सिर्फ 6 महीने ही हुए थे। 

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