भोगपुर हत्याकांड: सुक्खा काहलवां की तरह मन्नी को मौत के घाट उतारने के बाद डाला भांगड़ा
punjabkesari.in Friday, Jun 29, 2018 - 10:02 AM (IST)
जालंधर (वरुण) सुक्खा काहलवां की तरह भोगपुर के गुरू नानक मोहल्ला में मन्नी को मौत के घाट उतारने के बाद कातिलों ने भांगड़ा डाला। इतना ही नहीं हत्यारे आधे घंटे तक गुंडागर्दी का नंगा नाच करते हुए तलवारें व अन्य तेजधार हथियार भी लहराते हुए। तेजधार हथियारों से लैस हमलावरों ने इलाके के लोगों को धमकाया कि अगर किसी ने भी उनके खिलाफ पुलिस को बयान दिए तो वह उनके बच्चों को मार देंगे। हत्यारों की इस धमकी के कारण लोग कुछ ज्यादा नहीं बोले।
मनप्रीत मन्नी से रंजिश रखने वाला विक्रमजीत सिंह विक्की उससे इतनी रंजिश रखता था कि पूरे प्लान के साथ मन्नी की टांगों से काटना शुरू किया गया। मन्नी के शरीर के हर अंग पर दातर से काटने का निशान हैं। उसे भगा भगा कर काटा गया। हैरानी की बात है कि आधे घंटे तक हमलावर वहां मौजूद रहे लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। मन्नी को खून से लथपथ छोड़ कर 10 से अधिक हमलावरों ने वहां भांगडा भी डाला जबकि लोगों को चीख चीख कर कह गए कि अगर किसी ने पुलिस को बयान दिए तो उनके बच्चों को उठा लिया जाएगा व शिकायत देने वाले को बच्चों समेत मौत के घाट उतार देंगे। इस हत्याकांड के बाद पूरा इलाका दशहत में हैं। इस हमला में मनप्रीत का दोस्त जश्न घायल हुआ है। होशियारपुर के हरियाणा समीत पड़ते गांव खडेयाला निवासी मनप्रीत मन्नी दो माह से भोगपुर के गुरू नानक मोहल्ला में किराए पर रह रहा था।
लूट केस में पकडऩे जाने पर मनप्रीत निकालता था विक्की की गलती
मनप्रीत सिंह मन्नी, विक्रमजीत सिंह, मनदीप मीता व एक अन्य युवक ने दिसंबर 2014 में काला बकरा के पास जालंधर के अटारी बाजार में रेडीमेड दुकान चलाते चेतन दुआ पुत्र अशोक दुआ निवासी सैंट्रल टाउन से एयरगन दिखा कर काला बकरा के पास वरना कार लूटी थी। कार लूटने के बाद जब वह पकड़े गए तो मनप्रीत मन्नी अकसर विक्रमजीत को जताता था कि पुलिस उसकी लापरवाही के कारण उन तक पहुंची जिसके कारण वह जेल में हैं। इसी बात से दोनों की बीच विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि बात यहां तक पहुंच गई। करीब दो माह से मन्नी विक्की से छिप कर रह रहा था लेकिन कुछ दिनों से विक्की को उसका ठिकाना पता लगा गया व पूरी प्लैनिंग के बाद देर रात उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया।
जेल में खाई थी मनप्रीत को मारने की कस्म
सूत्रों की मानें तो विक्की व मन्नी का जेल में ही विवाद इतना बढ़ गया था कि विक्की ने मन्नी को मारने की कस्म जेल से ही खा ली थी। इस बात का पता मन्नी को लगा तो मन्नी ने खुद का बचाव करने के लिए विक्की से दूर ही रहता था। जमानत पर आने के बाद मनप्रीत मन्नी अपने घर नहीं रहा क्योंकि उसे यकीन था कि विक्की उसका नुकसान कर सकता था। इसी के चलते पिछले दो माह से मन्नी भोगपुर के मोहल्ला गुरू नानक में रह रहा था।