कैप्टन कुर्सी बचाने के लिए 1984 के हत्यारों को बचा रहे : सुखबीर

punjabkesari.in Thursday, Aug 30, 2018 - 08:12 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को कहा कि वह बतौर सिख अपनी जमीर की आवाज सुनने व 1984 में हजारों बेगुनाह सिखों के किए कत्लेआम में कांग्रेस पार्टी व इसके बड़े नेताओं की भूमिका के बारे में सुप्रीम कोर्ट द्वारा करवाई जा रही जांच में एक चश्मदीद गवाह के तौर पर पेश हों।

उन्होंने कहा कि विधानसभा में दिए भाषण में 1984 के हत्यारों के नाम लेते हुए जानबूझकर अपने मित्रों जगदीश टाइटलर व कमलनाथ को बाहर निकालकर मुख्यमंत्री ने समूचे सिख भाईचारे को बहुत बड़ा झटका दिया है और नवम्बर 1984 में कांग्रेसी गुंडों द्वारा मारे गए हजारों निर्दोष पीड़ितों के रिश्तेदारों को जलील किया है और दुख पहुंचाया है। 

यह इंदिरा गांधी की हत्या के बाद ‘खून का बदला खून’ लेने के लिए और ‘बड़े पेड़ के गिरने के बाद धरती को कांपने’ के लिए उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आदेशों की पालना कर रहे थे। बादल ने कैप्टन अमरेंद्र पर आरोप लगाया कि वह अपनी कुर्सी बचाने के लिए पीड़ित बेगुनाह परिवारों की हिमायत करने की बजाय इन हत्यारों के प्रति ईमानदारी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि आप सिखों की पीठ में छुरा घोंप रहे हो। आप स्वयं को सिखों के स्थान पर गांधी परिवार का रखवाला घोषित कर रहे हो। 

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