सुखबीर बादल का आरोप, भाजपा ने गठबंधन धर्म की पवित्रता भंग की

punjabkesari.in Sunday, Sep 27, 2020 - 07:31 PM (IST)

चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गठबंधन धर्म की पवित्रता भंग की। कृषि विधेयकों के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (सरकार) से कल रात अलग होने के बाद आज यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में बादल ने कहा भाजपा नेतृत्व ने किसान विरोधी विधेयकों पर हमारी लगातार की जा रही अपीलों पर अनदेखी-अनसुनी की। जम्मू कश्मीर में पंजाबी को आधिकारिक भाषाओं की सूची से बाहर रखने के मामले में भी उन्होंने हमारी आपत्तियों को नजरंदाज किया। उसके बाद उनके साथ बने रहने का कोई औचित्य नहीं था। इसलिए पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में पार्टी की प्रतिनिधि हरसमिरत कौर बादल ने इस्तीफा दिया और फिर लोगों, अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं से चर्चा के बाद हमने गठबंधन से अलग होने का फैसला किया।

उससे पूर्व रोपड़, होशियारपुर व फगवाड़ा के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बादल ने कहा कि किसानों, खेत मजदूरों और आढ़तियों को बचाने के लिए सभी राजनीतिक पाटिर्यों व संगठनों को, खासकर पंजाब में, मिलकर लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी संघर्ष से जुड़ने के लिए तैयार हैं।‘‘ उन्होंने कहा कि कृषि विधेयकों जैसे कदम जो अनिश्चितिता का माहौल पैदा करते हैं, उनका न सिर्फ अर्थव्यवस्था पर देश की सामाजिक स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक पीड़ा समूची अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकती है इसलिए वह एक तरह से देश भर के राष्ट्रीय हितों के लिए लड़ रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि इसीके साथ उनकी पार्टी पंजाब में शांति, सांप्रदायिक सछ्वावना और भाईचारे को बचाए रखने के लिए भी कटिबद्ध है। उन्होंने एक बार फिर किसानों को ‘काले‘ कानूनों से बचाने के लिए मुख्यमंत्री को अध्यादेश जारी कर समूचे प्रदेश को मंडी (प्रिंसिपल मार्केटिंग यार्ड) घोषित करें। कृषि विधेयकों के खिलाफ आंदोलन के कार्यक्रम के तहत शिअद ने एक अक्तूबर को किसान मार्च की घोषणा पहले से ही हुई है, जिसमें पंजाब के तीन धार्मिक तख्तों से शुरू होकर किसान मार्च मोहाली में समाप्त होगा। बाद में शिअद राज्यपाल के माध्यम से ज्ञापन देकर राष्ट्रपति से कृषि विधेयकों पर हस्ताक्षर न करने व पुनर्विचार के लिए संसद वापस भेजने का अनुरोध करेगा। 

Mohit