पोल खोल रैली में जाखड़ पर जमकर बरसे सुखबीर बादल

punjabkesari.in Sunday, Sep 09, 2018 - 05:04 PM (IST)

अबोहर (भारद्वाज): प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के गृह नगर अबोहर में आज नई अनाज मंडी में शिरोमणि अकाली दल व भाजपा द्वारा पोल खोल रैली का आयोजन किया गया। लगभग साढ़े तीन घंटे चली रैली का मुख्य मुद्दा जाखड़ द्वारा अकालियों को बरगाड़ी कांड की जांच रिपोर्ट के बाद गांवों में घुसने के लिए दी गई चुनौती को बनाया गया।

इस आयोजन की अहम बात यह थी कि अकाली दल के प्रधान व पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल व उनके पिता तथा पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अलग-अलग रास्तों से रैली स्थल तक पहुंचे। जब सुखबीर बादल का काफिला मलोट रोड से शहर में प्रवेश कर रहा था तो रेलवे पुल के पास बरगाड़ी से आए एवं अबोहर क्षेत्र के सैकड़ों सिख भाईचारे के लोगों ने रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने जो बैनर उठा रखे थे, उन पर लिखा था जहां-जहां गया सिरसे वाला उत्थे भेजो जीजा साला, गुरू दे सिखों संभल जाओ, बादल जुडंली वापिस भजाओ और फख्र-ए-कौम दे नंबरदारों सिख कौम दे कातिल वापिस जाओ। अधिकांश प्रदर्शनकारियों ने काली पगडिय़ां और काली पट्टियां बांध रखी थी।जब सुखबीर का काफिला वहां से गुजरा तो प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की, लेकिन भारी संख्या में तैनात कमांडो और पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति को देखते हुए वे काफिले की ओर नहीं बढ़े। जनसभा में संबोधन के दौरान पूर्व मंत्री एवं शिअद के युवा विंग के प्रधान विक्रमजीत सिंह मजीठिया ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ की चुनौती का अकाली दल व भाजपा के आह्वान पर हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने समूचित उत्तर दिया है। 

जाखड़ के साथ-साथ उन्होंने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह और स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर आलोचना की। मजीठिया ने कहा कि आसा राम बापू के शिष्य सिद्धू ने वाजपेयी, आडवाणी, जेतली, मोदी के अलावा प्रकाश सिंह बादल को भी बापू कहकर कई बार संबोधन किया, लेकिन अब वह कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को बापू के रूप में संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने बलजीत सिंह दादूवाल की भी जमकर आलोचना की और बरगाड़ी जांच रिपोर्ट को लेकर आज प्रदर्शन करने वालों को भी पंथ विरोधी करार दिया।

सुखबीर बादल ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को शराबी-कवाबी और चरित्रहीन बताते हुए कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के झूठे प्रचार से अब पंजाब निवासी स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। पंजाब का माहौल पहले ज्ञानी जैल सिंह व इंदिरा गांधी ने खराब किया। अब जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट की आड़ में कांग्रेस और पंथ विरोधी जत्थेबंदियां फिर पंजाब को आग में झोंकने की कोशिश कर रही है। इस साजिश में आम आदमी पार्टी के विधायक और जस्टिस रणजीत सिंह के निकट संबंधी सुखपाल सिंह खैहरा भी शामिल हैं। 

श्री जाखड़ पर राजनीतिक विरोधियों को झूठे मुकद्दमों में फंसाने का आरोप लगाते हुए सुखबीर बादल ने धमकी दी कि तीन वर्ष बाद जब शिअद-भाजपा सरकार पुन सत्ता में आएगी तो जाखड़ को हथकड़ी लगाकर और गधे पर बिठा कर घुमाया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने विधानसभा चुनावों के बाद इस इलाके में अपनी पहली सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने चरमपंथी गंगा सिंह से खालिस्तान का प्रस्ताव पारित करवाकर पंजाब को 15 वर्ष तक कफ्र्यू जैसी स्थिति में रखा। कांग्रेस की यह साजिश थी कि शिरोमणि अकाली दल, शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी और अकाल तख्त को कमजोर किया जाए, वैसी ही साजिश अब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के शासनकाल में दोहराई जा रही है। कैप्टन जब पिछली बार मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने बादल परिवार को जेलों में ठूंसने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी। अब जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की पक्षपातपूर्ण व तथ्यों से एकदम परे रिपोर्ट की आड़ में पुराना इतिहास दोहराने की कोशिश की जा रही है। 
 

Des raj