''फतेह'' के रेस्कयू ऑपरेशन में देरी के लिए CM कैप्टन जिम्मेदार: सुखबीर बादल
punjabkesari.in Monday, Jun 10, 2019 - 05:29 PM (IST)
चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने संगरूर जिले के गांव भगवानपुरा में बोरवैल में गिरे बच्चे को बचाने के लिए चल रहे ऑपरेशन को "धीमा" और "गैर पेशेवराना" करार देते हुए कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जिम्मेदार हैं।
My heart goes out to 2-yr-old Fatehveer and his family which has been failed by the @INCPunjab Govt and CM @capt_amarinder , who did not even respond for more than two days. The state has let all of us down. I pray that #Fatehveer is safely reunited with his family soon.
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) June 10, 2019
उन्होने यहां जारी बयान में कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने तुरंत कारर्वाई करते हुए बच्चे तथा पीड़ित परिवार की सहायता के लिए विशेषज्ञों को बुलाया होता तो इस बचाव कार्य के परिणाम अलग ही होने थे। बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने फतेहवीर को बचाने के लिए विशेष बचाव आपॅरेशन का आदेश न देकर बच्चे तथा उसके परिवार को बुरी तरह निराश किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने यह काम जिला प्रशासन तथा स्वयंसेवकों के सहारे छोड़कर खुद अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है। सुखबीर ने कहा कि पीड़ित परिवार के बारे सोचकर उनका मन भर आता है, जिनकी कांग्रेस सरकार ने मुश्किल की घड़ी में भी सहायता नहीं की। उन्होंने कहा कि सरकार विशेषज्ञों की सहायता से बचाव कार्य पेशेवराना तरीके से करने में बुरी तरह विफल रही है, जिससे कीमती समय बचना था। सरकार की इस सुस्ती तथा लापरवाही ने फतेहवीर की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है तथा सबको निराशा तथा पीड़ा से भर दिया है।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि 2 दिन तक इस त्रासदी के प्रति मुख्यमंत्री आंखें बंद किए बैठे रहे। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने पहले दिन ही इस बचाव कार्य में दिलचस्पी दिखाई होती तो राज्य के सिविल इंजीनियरिंग विभाग की टीम इस काम में लगाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि दूसरे दिन ही यह बात स्पष्ट हो गई थी कि बचाव कार्य के लिए लगाई एनडीआरएफ की टीम के पास स्थिति से निपटने के लिए उपयुक्त साधन नहीं थे तथा न ही इसके पास फतेहवीर को बचाने के लिए सही खुदवाई करवाने के लिए वांछित इंजीनियर थे। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि गलत तरीके से बचाव पाईप लगाने, दूसरी सुरंग की फालतू खुदाई तथा समानांतर पाईप को बचाव पाईप से जोड़ने में पूरा एक दिन बरबाद हो गया।
बादल ने कहा कि फतेहवीर को बचाने के लिए तुरंत सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों तथा सेना इंजीनियरों को बुलाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हाथों से खुदाई करवाने की जगह एक उच्च तकनीक वाली मशीनरी इस्तेमाल में लानी चाहिए थी, जिससे कीमती समय की बरबादी नहीं होनी थी। अकाली दल अध्यक्ष ने फतेहवीर की सलामती के लिए वाहेगुरु से प्रार्थना की तथा आशा प्रकट की कि बच्चा जल्द ही दोबारा अपने माता-पिता के पास होगा।