श्री आनंदपुर साहिब प्रस्ताव पर स्टैंड स्पष्ट करें हरसिमरत : सुखजिन्द्र रंधावा

punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2019 - 08:27 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के जेल मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने कहा है कि केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत बादल को श्री आनंदपुर साहिब प्रस्ताव तथा अकाली दल की संघीय ढांचे के प्रति सोच पर अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि हरसिमरत बादल अनुच्छेद-370 व 35-ए को खत्म करने को प्रमुख उपलब्धि करार दे रही हैं, जिस पर अकाली दल को पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तक अकाली दल संघीय ढांचे के नाम पर सियासी रोटियां सेंकता आया है। रंधावा ने कहा कि मोदी सरकार की 100 दिनों की प्राप्तियों पर टिप्पणी करते हुए हरसिमरत ने अनुच्छेद-370 व 35-ए को खत्म करने का विशेष रूप से जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि हरसिमरत बादल को अकाली दल के 1967 के चुनावी घोषणा-पत्र, बटाला कांफ्रैंस तथा 1973 में श्री आनंदपुर साहिब में पारित प्रस्ताव पर टिप्पणी करनी चाहिए।

उन्होंने सवाल किया कि क्या अकाली दल ने श्री आनंदपुर साहिब में पारित संघीय ढांचे पर स्टैंड को छोड़ दिया है? उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल तथा सुखबीर बादल को भी संघीय ढांचे व आनंदपुर साहिब प्रस्ताव पर अपने विचार स्पष्ट करने चाहिएं। पूरा पंजाब अकाली दल से आज स्पष्टीकरण मांग रहा है। रंधावा ने कहा कि अकाली दल ने 1967 में अपने चुनावी घोषणा पत्र में पंजाब के लिए धारा-370 की मांग की थी तथा आनंदपुर साहिब के प्रस्ताव में राज्यों को अधिक अधिकार देने की मांग भी अकाली दल करता आया है, परंतु अब अकाली दल की मंत्री इस बारे में उलटा स्टैंड ले रही हैं।

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