Video: सेना पर विवादित बयान के बाद बोले खैहरा- 'अपने स्टैंड पर कायम'

punjabkesari.in Sunday, Feb 17, 2019 - 04:15 PM (IST)

संगरूरः सेना विरोधी बयान के बाद सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध पर पंजाबी एकता पार्टी प्रधान सुखपाल खैहरा ने कहा है कि वह अपने बयान पर कायम हैं। खैहरा ने कहा कि 1991 में कुपवाड़ा जिले के कुनन और पोशपोरा गांव में सैनिकों की तरफ से बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया था, इस संबंधित बाकायदा एक अंग्रेज़ी चैनल ने ख़बर भी प्रसारित की थी।

बयान को गलत ढंग से पेश किया गया: खैहरा
'पंजाब केसरी' के साथ बातचीत करते हुए खैहरा ने कहा कि  क्या इस देश में सुरक्षा दस्ते और सेना कानून से ऊपर है। मेरे कहने का यह मतलब नहीं था कि सारी सेना गलत है, बल्कि ऐसीं घटनाओं से सेना के अक्स पर धब्बा लगता है। कुनन और पोशपोरा गांव में  बलात्कार का केस आज भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। खैहरा ने साफ़ किया कि वह अभी भी अपने स्टैंड पर कायम हैं और उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया गया था। यदि उनकी पूरी बात सही ढंग से पेश की जाती तो लोगों को समझ आ जाना था कि उन्होंने कोई भी ग़ैर वाजिब बात नहीं की। पुलवामा हमले की कड़ें शब्दों में निंदा करते हुुए खैहरा ने कहा कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान या किसी आतंकवादी का हाथ हो उसके खिलाफ सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए।

भारत-पाक की जंग में नुक्सान पंजाब का होगा
साथ ही उन्होंने साफ़ किया कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है, कश्मीर के मुद्दा का हल राजनीतिक तौर पर बातचीत के द्वारा ढूंढा जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि वह भी चाहते हैं कि बातचीत जारी रखनी चाहिए क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु संपन्न देश हैं यदि दोनों देशों के बीच जंग होती है तो सबसे अधिक नुक्सान पंजाब का होगा। यदि अमरीका-दक्षिणी कोरिया जैसे परमाणु संपन्न देश  बातचीत के द्वारा मामला सुलझा सकते हैं फिर भारत -पाकिस्तान क्यों नहीं। 

आगे बोलते हुए खैहरा ने कहा कि भाजपा बताए कि देश और सेना पर हो रहे हमले के लिए कौन ज़िम्मेदार है। खैहरा ने कहा कि 1984 के सिख हत्याकांड को आज 34 साल का समय बीत चुका है जबकि इसके ज़िम्मेदार जगदीश टाइटलर जैसे आतंकवादियों को आज तक सज़ा नहीं दी गई। सरकार का हमेशा ही पंजाब और कश्मीर के लिए अलग स्टैंड रहा है जबकि पुलवामा हमले के पीछे सिर्फ़ नवजोत सिद्धू और सुखपाल खैहरा को ही दोषी बनाया गया है।

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