केजरीवाल को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फिर पंजाब की आई याद : खैहरा

punjabkesari.in Sunday, Jan 20, 2019 - 03:43 PM (IST)

बरनाला(विवेक सिंधवानी,गोयल):अरविंद केजरीवाल को पंजाब सिर्फ चुनावों के समय ही याद आता है। लोकसभा चुनाव नजदीक आने के कारण केजरीवाल को 2017 उपरांत 2 वर्ष बाद आज फिर पंजाब की याद आ गई है और वह पंजाब दौरे पर हैं। पंजाबी एकता पार्टी के प्रधान व विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने‘पंजाब केसरी’ से बातचीत करते हुए कहा कि ‘आप’ आज पंजाब में अपनी बची हुई साख को बचाने के लिए फिर से हाथ-पैर मार रही है।

केजरीवाल अपने ही बनाए हुए पार्टी संविधान में तबदीली कर स्वयं तीसरी बार पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर बन गए हैं व 3 टॉप पॉजीशनें उनके पास हैं। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री, ‘आप’ के राष्ट्रीय कन्वीनर व पॉलीटिकल अफेयर कमेटी के चेयरमैन भी हैं। वह दूसरों को नसीहत देते हैं कि जो लोग पदों के भूखे हैं वे पार्टी छोड़कर जा सकते हैं जबकि सबसे ज्यादा पदों की भूख उन्होंने स्वयं दिखाई है। उन्होंने कहा कि नशे के मुद्दे पर चुनाव लडऩे वाली ‘आप’ पंजाब में अपना स्वाभिमान खो चुकी है। इतना ही नहीं केजरीवाल ने पंजाब के लोगों के साथ धोखा किया है। चुनावों के बाद उन्होंने पंजाब के किसी भी नेता व वालंटियर से पूछे बिना बिक्रम मजीठिया से कायरता पूर्ण माफी मांगी है।  उन्होंने कहा कि पंजाब के मुद्दों पर केजरीवाल अपना स्टैंड स्पष्ट करें। 

खैहरा ने कहा कि लोगों के साथ लुकाछिपी खेल रहे भगवंत मान पार्टी प्रधान न होते हुए भी प्रधान स्वरूप कार्य कर रहे हैं जबकि केजरीवाल द्वारा बिक्रम मजीठिया से मांगी मांगने के तुरंत बाद भगवंत मान द्वारा दिया इस्तीफा महज एक ड्रामा था। खैहरा ने कहा कि राज्य की कैप्टन सरकार हर फ्रंट पर फेल हो चुकी है। कैप्टन तो कांगे्रस के मंत्रियों व विधायकों को नहीं मिलते आम लोगों से मिलना तो बहुत दूर की बात है।  इस मौके पर बहुजन मुक्ति पार्टी के राज्य जनरल सचिव  जत्थेदार गुरतेज सिंह दानगढ़ ने पंजाबी एकता पार्टी का दामन थामा। इस  दौरान भदौड़ से ‘आप’ विधायक पिरमल सिंह, जिला प्रधान कुलदीप सिंह काला ढिल्लों, अजमेर सिंह महलकलां, नरेश कुमारी बावा एडवोकेट के अलावा भारी संख्या में पार्टी मैंबर भी उपस्थित थे। 

Mohit