बागी खैहरा ने बठिंडा में किया शक्ति प्रदर्शन, 6 प्रस्ताव पास किए

punjabkesari.in Thursday, Aug 02, 2018 - 07:38 PM (IST)

बठिंडा: संकट में फसी आम आदमी पार्टी (आप) केंद्रीय नेतृत्व को खुली चुनौती देते हुए पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से हटाए गए सुखपाल सिंह खैहरा ने आज बंठिडा में एक बड़ी कन्वेंशन कर शाक्ति प्रदर्शन किया। कन्वेंशन में भारी संख्या में वर्करों ने हिस्सा लिया। 

मेरी लड़ाई पंजाब के लिए है
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए सुखपाल खैहरा ने कहा कि कन्वेंशन इसलिए आयोजित की गई है ताकि आप नेतृत्व को यह दिखाया जाए कि पंजाब में पार्टी कार्यकत्ताओं को अपने विचार रखने की आजादी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विधानसभा में आप के 20 विधायकों में से 11 दिल्ली पहुंचे और 9 कन्वेंशन में शामिल हुए हैं। खैहरा ने कहा कि मेरी लड़ाई पंजाब के हितों के लिए है। मुझे किसी पद की भूख नहीं है। मैं सभी पंजाबियों के लिए बोलूंगा। बादल परिवार और कैप्टन के क्रू शासन ने पंजाब को बर्बाद कर दिया है। मेरी लड़ाई पंजाब के लिए है। खैहरा ने कहा कि जब उनको विरोधी पक्ष के पद से हटाया गया तो सभी विधायकों से जबरदस्ती साइन कराए गए थे। उन्होंने कहा कि पंजाब में आप को तीसरे विकल्प के रूप में लेकर आएंगे। कन्वेंशन में पास किए गए प्रस्तावों में पार्टी के पंजाब यूनिट संगठित ढांचे को भंग कर दिया गया और कहा गया कि इसमें राज्य के हितों के लिए खुद फैसला लेने का अधिकार है। वहीं आप केंद्रीय नेतृत्व ने इस कन्वेंशन को पार्टी विरोधी करार दिया गया। 

कन्वेंशन में पास किए गए छह प्रस्ताव 

पहला प्रस्ताव:

- आप की प्रांत कमेटी अब खुदमुखत्यार होगी जो पंजाब, पंजाबियों व वर्करों के हित्तों को ध्यान में रखते सभी फैसले खुद करेगी। उस पर कोई भी फैसला थोपा नहीं जाएगा। वह फैसला कर दिल्ली हाईकमान को सिर्फ बताएंगे। 

दूसरा प्र्रस्ताव:
- आप (केजरीवाल) द्वारा बनाए गए सारे ढांचे भंग कर दिए गए। अब नई नियुक्तियों की जाएगी। रैली में शामिल 7 विधायकों और आयोजकों को अधिकार दिए गए कि वह प्रांतीय ढांचे को नए सिरे से गठित करेंगे। खैहरा द्वारा बकायदा ऐलान किया गया कि पुराने पदाधिकारियों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। उनको पार्टी में पहले से भी अधिक इज्जत दी जाएगी। 

तीसरा प्र्रस्ताव:
- रैली में शामिल समूह नेता व वर्कर सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा विरोधी पक्ष के नेता के तौर पर निभाई भूमिका की सराहना की गई जिस पर इक्ट्ठ ने खड़े होकर नारे लगाकर समर्थन दिया।  

चौथा प्रस्ताव:
- सुखपाल सिंह खैहरा को हटाए जाने की निंदा की गई। जबकि हरपाल सिंह चीमा को लीडर मानने से इंकार कर दिया गया। पार्टी इस मामले पर दोबारा विचार कर विधायकों की सलाह से नए लीडर की नियुक्ति करे। 

पांचवां प्रस्ताव:
- विधायक व आयोजक 12 अगस्त से पंजाब के हर जिले में अपना नया प्रोग्राम लेकर जाएंगे। निराश बैठे वर्करों को साथ भेजा जाएगा। रैलियां कर आम लोगों को पंजाब के लिए जागरूक किया जाएगा। 

छेवां प्रस्ताव:
- विदेशों में बैठे पंजाबियों द्वारा विधानसभा चुनाव में और आज की रैली के लिए भरपूर आॢथक मद्द की गई, जिसके लिए उनका धन्यवाद व सराहना की गई। उम्मीद की जाती है कि वह आगे से भी पंजाब के लिए यह मद्द जारी रखेंगे। 
 

Vaneet