गालिब के शेर से जाखड़ ने भरी सभा में घेरी अपनी सरकार

punjabkesari.in Tuesday, Mar 17, 2020 - 11:57 AM (IST)

चंडीगढ(अश्वनी): मौका तो था कांग्रेस सरकार के 3 साल पूरे होने पर उपलब्धियां गिनवाने का, लेकिन मंच से पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने गालिब के मात्र एक शे‘र से अपनी ही सरकार को घेरे में खड़ा कर दिया।

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जाखड़ ने अपनी बात ही शायरना अंदाज में की। उन्होंने कहा, ‘मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं कि हम लाएं हैं तूफान से किश्ती निकाल के।’ कहा जा रहा है कि 5500 करोड़ बिजली सबसिडी का बकाया था और अब घटाकर 2300 करोड़ कर दिया। बेशक इसके लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र की तारीफ है लेकिन जनता आॢथक गणित को नहीं समझती है। कोई नहीं समझता कि कौन सी सबसिडी किससे लेनी थी किसने देनी थी। जनता को तो तब पता चलेगा जबकि बिजली के यूनिट में 2 रुपए की कटौती होगी।

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बिजली समझौतों का जिक्र करते हुए जाखड़ ने कहा कि जिन समझौतों ने बांध दिया है। पंजाब में जो थर्मल प्लांट लगाए गए हैं, जोंक की तरह हैं, जो जनता का खून चूस रहे हैं। बेशक सरकार इस पर काम कर रही है और समय लग रहा है जिसके चलते सरकार की आलोचनाएं भी हो रही हैं। हालांकि जाखड़ ने मुख्यमंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इस बात का संतोष करना चाहिए कि आलोचनाएं भी वहीं होती हैं, जहां उम्मीद होती है। 

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गालिब का शे‘र पढ़ते हुए जाखड़ ने कहा कि ‘जब तवक्को ही उठ गई गालिब, क्या किसी से गिला करे कोई’। जाखड़ ने कहा कि जनता को मुख्यमंत्री से बहुत उम्मीदें हैं। उन्हें विश्वास है कि जिस तरह सरकार ने 3 साल पूरे किए हैं, आने वाला समय भी बेहतर होगा और चुनौती भी आएगी। इससे पहले जाखड़ ने कहा कि मौजूदा सरकार को मांजे हुए बर्तन की तरह सरकारी खजाना मिला लेकिन वित्त मंत्री व मुख्यमंत्री की कोशिश से अब पंजाब बेहतर स्थिति में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यहां किसी के कसीदे पढऩे नहीं आया लेकिन सरकार ने विकट वित्तीय स्थिति में भी जो किसानी कर्ज माफी किया है, काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि यह कोई अलग साइंस नहीं है, सब जानते हैं कि पंजाब में इलैक्शन कैसे जीता जा सकता है।

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सबको पता है कि बहबलकलां का ‘जनरल डायर’ कौन है?
बहबलकलां मामले का जिक्र करते हुए जाखड़ ने कहा कि सबको पता है कि बहिबलकलां का ‘जनरल डायर’ कौन है? सरकार चिहिन्त दोषियों को उठाकर जेल में डाल सकती है। इसी तरह चिट्टा बेचने वालों का भी सबको पता है। सरकार इन्हें भी उठाकर सीधे जेल में डाल सकती है और बदले में जनता वोट देकर सरकार को जीता देगी। बावजूद इसके पंजाब में रूल ऑफ लॉ के अधीन काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह की इस मामले में तारीफ करनी चाहिए कि वह सारा कार्य कानून के दायरे में कर रहे हैं। कमीशन बनाया गया है और मुख्यमंत्री बार-बार कह भी रहे हैं कि बेअदबी करने वाला जनरल डायर बख्शा नहीं जाएगा।


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