केंद्र के सत्ताधारियों में अहंकार का वायरस लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा: जाखड़

punjabkesari.in Tuesday, Dec 08, 2020 - 07:41 PM (IST)

मोहालीः पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ कहा है कि केन्द्र में बैठे सत्ताधारियों में अहंकार का वायरस लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। जाखड़ आज मोहाली के लांडरा चौक पर किसानों के संघर्ष के समर्थन में कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए जिला स्तरीय धरने को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का आधार ही लोगों की सरकार होती है जो लोगों द्वारा चुनी गई हो व लोगों की इच्छाओं व आवश्यकताओं के अनुसार लोगों को प्रशासन मुहैया करवाए, पर इस समय दिल्ली में भाजपा की जो सरकार सत्ता में है उसको चुना तो बेशक लोगों ने है पर यह जन सरोकारों को भूलकर पूरी तरह कॉर्पोरेटर के हित साधने में लगी हुई है। 

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की यही नीति देश के लोकतंत्र के लिए खतरा बनी हुई है। लोकतंत्र में तानाशाही के लिए कोई स्थान नहीं होता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बार-बार कह रहे हैं कि नए खेती कानूनों के द्वारा बिचौलिए खत्म हो जाएंगे पर भारत सरकार तो स्वयं ही कारपोरेट की विचौलगी कर के काले कानूनों को लागू करने के लिए बिचौलिए की भूमिका निभा रही है। यह कानून हमारी कृषि को पूरी तरह से बर्बाद कर देंगे व हमारे किसान कॉर्पोरेट के मजदूर बन जाएंगे। इसी लिए किसान इन कानूनों को रद्द करवाने के लिए बड़ा संघर्ष कर रहे हैं। जाखड़ ने कहा कि पंजाब क्रांति का दूसरा नाम है और हर जुल्म व धक्केशाही के खिलाफ पंजाब से आवाज उठती रही है और अब एक बार फिर पंजाब के किसानों ने देशभर के किसानों को जगाने के लिए अलख जगाई है। 

उन्होंने पंजाबियों को आंतकवादी बताने वालों को याद करवाया कि देश के पेट पालक जो किसान दिल्ली के दरवाजे पर संघर्ष कर रहे हैं उनके ही बेटे देश की सीमाओं की रक्षा के लिए डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपाइयों को अगर पंजाबियों के इतिहास के बारे में जानकारी होती तो वह शायद इस तरह की गलत टिप्पणी न करते। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब का किसान पूरे देश की लड़ाई लड़ रहा है। नये कृषि कानून लागू हुए तो इससे न केवल किसान बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग पर विपरीत असर होगा। उन्होंने कहा कि खेती का व्यापारीकरण सहन नहीं किया जा सकता और हमारे किसानों के खेतों में कॉर्पोरेट को घुसने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिना देरी लोग राय का सम्मान करते हुए इन काले कानूनों को रद्द करें।

Mohit