विजीलैंस ब्यूरो सत्ताधारी नेताओं का तोता, वायदे पूरे न होने से जनता का सामना करना असंभव : धीमान

punjabkesari.in Thursday, May 20, 2021 - 01:05 PM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी कुमार): पंजाब कांग्रेस में आपसी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंत्रियों, सांसदों, पूर्व मंत्रियों और विधायकों के बीच इस बयानबाजी के दौर में ही अमरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरजीत सिंह धीमान ने भी मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह को पत्र लिख दिया है।

पत्र में उन्होंने कैप्टन संदीप संधू द्वारा परगट सिंह को दी धमकी की आलोचना करते हुए कहा कि यह बिल्कुल भी बर्दाश्त करने वाली बात नहीं है और कांग्रेस हाईकमान को गंभीर नोटिस लेना चाहिए। उन्होंने पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को साथ लाने और जनता के लिए न्याय व सच्चाई की लड़ाई में लोगों को एकजुट करने के लिए भी कहा है। सरकारी कारगुजारी की आलोचना करते हुए धीमान ने कहा कि 2017 चुनाव से पहले किए वायदों के पूरा नहीं होने के कारण विधायकों के लिए जनता का सामना करना असंभव हो गया है। जनता जवाब मांगती है और विधायकों के पास नहीं है। उन्होंने सभी नौकरशाहों और राजनेताओं द्वारा जमा की अकूत संपत्ति बारे पूछताछ करने के लिए निष्पक्ष जांच की मांग की।  निष्पक्ष जांच के लिए विजीलैंस ब्यूरो पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने विजीलैंस ब्यूरो को सत्ताधारी नेताओं का तोता करार दिया।

‘कैप्टन फॉर 2022 की तस्वीर हटाई’
सरकार से नाराज चल रहे मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कैप्टन फॉर 2022 की तस्वीर से खुद को अलग कर लिया है।बुधवार को सोशल मीडिया अकाऊंट पर कैप्टन फॉर 2022 की प्रोफाइल पिक्चर को हटाकर केवल अपनी तस्वीर को अपडेट कर लिया। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी अब चरम पर पहुंच गई है जिसका सीधा असर दिखाई देने लगा है। कैप्टन फॉर 2022 की तस्वीर हटाने का एक मायना यह भी है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोधी तेवर दिखाने वाले 2022 के चुनाव में उन्हें अपना नेता मानने को लेकर संकोच की मुद्रा में आ गए हैं और हाईकमान को सीधा संदेश देने के रास्ते पर हैं। 

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Vatika