सिविल अस्पताल फिल्लौर में संदिग्ध मरीजों की गिनती हुई 8

punjabkesari.in Monday, Mar 23, 2020 - 08:38 AM (IST)

फिल्लौर(भाखड़ी): स्थानीय सिविल अस्पताल में 8 संदिग्ध मरीजों को जांच के तौर पर रखा गया है, डाक्टरों को उनके भेजे गए खून के सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है। विदेश से आए लोग बुखार उतारने वाली गोली खाकर एयरपोर्ट से चकमा देकर निकल गए।

प्राप्त सूचना के अनुसार स्थानीय सिविल अस्पताल में संदिग्ध मरीजों की संख्या 8 हो चुकी है, इन में से 5 लोग वे हैं जो हाल ही में विदेश से लौटे हैं जबकि 3 यहां के लोकल एक ही परिवार के हैं। जो पता होने के बावजूद कि इनके रिश्तेदार को कोरोना वायरस हो चुका है, फिर भी उसके साथ रहे। मरीज की मौत के बाद डाक्टर इन तीनों को जांच के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल ले आए। एस.एम.ओ. डाक्टर जतिंदर और ई.एन.टी. स्पैशलिस्ट डा. अश्विनी ने बताया कि इन 8 लोगों के खून के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए लैबोरेटरी में भेजा गया है। इनमें से अगर किसी भी मरीज की रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई तो उसके इलाज में और तेजी लाई जाएगी अन्यथा 2 सप्ताह तक एहतियात के तौर पर उनको यहां रख कर उनकी रोजाना जांच की जाएगी, जिससे इनके संपर्क में आने वाले दूसरे लोग बच सकें।  

वायरस हवा में घूम कर 8 घंटे तक ढूंढता है अपना शिकार, लोग घरों में रहें तो बेहतर : एस.एम.ओ.
कोरोना वायरस के दुष्प्रभावों की जानकारी देते हुए एस.एम.ओ. डा. जतिंदर ने बताया कि ज्यादातर लोग इस बीमारी को गंभीरता से नहीं ले रहे जितना लेना चाहिए। यही कारण है कि ‘जनता कफ्यू’ के दौरान भी कुछ लोग घरों के बाहर निकल कर घूमते-फिरते देखे जाते रहे। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो ‘जनता कफ्र्यू’ की जो घोषणा की थी वह बिल्कुल सही है। डा. ने बताया कि जरूरी नहीं आप वायरस के शिकार व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तभी नुक्सान होगा जबकि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जैसे ही खांसता या छींकता है तो यह वायरस उसके मुंह से निकल कर हवा में दूर-दूर तक घूम कर 8 घंटे तक अपना शिकार ढूंढता रहता है। जैसे ही उसे मानव शरीर मिलता है तो यह नाक, कान, आंख और मुंह के रास्ते दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है। इसके अलावा यह वायरस व्यक्ति के कपड़ों के उपर बैठ जाता है और मौका मिलते ही इंसान के शरीर के अंदर दाखिल हो जाता है। जितना हो सके लोग घरों के अंदर रहें जिससे जो वायरस हवा में घूम रहा है वह खत्म हो सके। यही कारण है कि सरकार सड़कों पर स्प्रे करवा कर हवा में घूमने वाले वायरस को खत्म करने की कोशिश में लगी हुई है।  

 

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