दवाइयां भी खार्ईं पर बंद न हुए मिर्गी के दौरे और लगा लिया फंदा

punjabkesari.in Thursday, Jul 12, 2018 - 08:04 PM (IST)

जालंधर(वरुण): शिव नगर में रहने वाले 18 साल के युवक ने अपने कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। खुदकुशी करने वाले युवक को मिर्गी के दौरे पड़ते थे, जिसकी वह दवाइयां भी ले रहा था लेकिन इन्हें खाने के बाद भी जब दौरे बंद नहीं हुए तो वह डिप्रेशन में आ गया व मौत को गले लगा लिया। मृतक की पहचान कोमलजीत सिंह पुत्र कुलदीप सिंह निवासी शिवनगर के रूप में हुई है। 

थाना एक के एएसआई जगदीश कुमार ने बताया कि कोमलजीत चप्पलें बनाने वाली फैक्टरी में काम करता है जबकि उसके पिता टैक्सी ड्राइवर हैं। कोमल को कुछ समय से मिर्गी की दौरे पड़ते थे जिसकी दवाई भी चल रही थी। काफी समय से वह दवाई का सेवन कर रहा था लेकिन कोई फर्क न पडऩे पर वह डिप्रेशन में चला गया। 

बुधवार रात खाना खाने के बाद कोमल अपने कमरे में चला गया था। वीरवार सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं आया तो परिजन कोमल को उठाने के लिए उसके कमरे में गए तो वह फंदे से लटक रहा था। जवान बेेटे का शव देखकर घर से चीखों की आवाजें आने लगीं जिसके बाद आसपास के लोग भी इकठ्ठा हो गए। 

लोगों ने इस संबंधी पुलिस को सूचना दी जिसके बाद थाना एक के एएसआई जगदीश कुमार मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल के लिए भेज दिया। दोपहर के समय पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने कोमलजीत का शव परिजनों हवाले कर दिया था। एएसआई जगदीश का कहना है कि खुदकुशी का कारण मिर्गी के दौरे ही थे। कोमल का एक भाई व एक बहन हैं। 

दोस्तों का कहता था मुझे शर्म आती है..
कोमलजीत के दोस्तों ने बताया कि कोमल इतना डिप्रेशन में होता था कि जब वह उससे बात करते थे तो अकसर वह यही करता था कि जब उसे दौरे पड़ते हैं, उसे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता। वह भी नॉर्मल लोगों की तरह जीना चाहता है लेकिन दवाई से भी कोई फर्क नहीं पड़ता है। कोमल दोस्तों से कहता था कि लोग उसके बारे क्या सोचते होंगे, उसे शर्म आती है, जब उसे दौरे पड़ते हैं और इससे अच्छा यही है कि मैं मर ही जाऊं। 

 

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