पर्यावरण मंत्री की दो-टूक: अब प्रदूषण फैलाया तो होगी कार्रवाई

punjabkesari.in Friday, Jul 13, 2018 - 08:48 AM (IST)

चंडीगढ़ (अश्वनी): पंजाब में अब प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंजाब भवन में तंदरुस्त पंजाब मिशन की रिव्यू बैठक  दौरान पर्यावरण मंत्री ओ.पी. सोनी ने दो-टूक शब्दों में निर्देश दिए कि प्रदूषण फैलाने वाले पर सख्त एक्शन लिया जाए। पर्यावरण विभाग का कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने औद्योगिक इकाइयों को 2 माह के भीतर प्रदूषण पर अंकुश लगाने का वक्त दिया था, जो समाप्त हो गया है और स्थिति बदतर है।

ऐसे में अब कोई प्रदूषण फैलाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने पर्यावरण अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सख्त लहजे में कहा कि ड्यूटी में कोई कोताही करता पाया गया तो बख्शा नहीं जाएगा। एक्सियन व अन्य अधिकारियों को हर हफ्ते सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट्स का दौरा करने के लिए कहा और खुद भी मौका-मुआयना करेंगे। बैठक में सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट के निर्माण कार्यों में भी तेजी लाने की बात कही गई। अब तक 88 सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट लग पाए हैं। वहीं 98 शहरों में 129 सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट पाइपलाइन में हैं।बैठक में विभाग के प्रमुख सचिव रोशन सुंकारिया, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन काहन सिंह पन्नू, विशेष सचिव पर्यावरण टी.एस. धालीवाल और मैंबर सचिव पवन गर्ग व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
 

5 शहरों में 15 अगस्त से डीजल ऑटो का रजिस्ट्रेशन होगा बैन
रिव्यू बैठक में बताया गया कि 5 शहरों में 15 अगस्त से डीजल ऑटो का रजिस्ट्रेशन बैन कर दिया जाएगा। साथ ही 20 साल से पुराने डीजल वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। डीजल वाहनों को राहत देने के लिए सी.एन.जी. या एल.पी.जी. किट लगवाने की स्कीम लांच की जाएगी और हर शहर में 3 सी.एन.जी. या एल.पी.जी. स्टेशन खोले जाएंगे। प्रैशर हॉर्न और बुलेट के जरिए ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को इम्पाऊंड करने के भी निर्देश दिए गए हैं। वाहन प्रदूषण की जांच के लिए 15 अगस्त तक सभी जगह कम्प्यूटराइज्ड ऑनलाइन पॉल्यूशन चैक सैंटर खोलने की भी बात कही गई।  


24 फूड सेफ्टी ऑफिसर के भरोसे खाद्य पदार्थों की जांच
बैठक में सामने आया कि खाद्य पदार्थों की जांच के लिए 117 फूड सेफ्टी ऑफिसर की दरकार है लेकिन 24 फूड इंस्पैक्टर ही कार्य कर रहे हैं। हालांकि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड स्तर पर खाद्य पदार्थों की जांच संतोषजनक पाई गई है, फिर भी स्वास्थ्य विभाग को कहा कि जल्द फूड सेफ्टी संबंधी ठोस कदम उठाए जाएं। बताया गया कि दूध कैमिकल मुक्त पाया गया है। 22 जिलों में 8 मोबाइल वैन तैनात की हैं। अब तक जांच में दूध में केवल पानी मिक्स करने की बात ही सामने आई है।


प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों का होगा एन्वायरनमैंट ऑडिट
प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों का जल्द ही विस्तृत इंस्पैक्शन/एन्वायरनमैंट ऑडिट करवाया जाएगा। यह ऑडिट केवल हवा-पानी के प्रदूषण की जांच तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि यह भी जांच की जाएगी कि औद्योगिक इकाई में किसी हादसे से बचाव के लिए कितने ठोस उपाय किए गए हैं। अगर कोई कोताही पाई गई तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्यावरण मंत्री ओ.पी. सोनी की अध्यक्षता में हुई पर्यावरण अधिकारियों की बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 7& अत्यधिक प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयां रजिस्टर्ड हैं।  हाल ही में पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हवा-पानी के प्रदूषण संबंधी इन औद्योगिक इकाइयों की जांच की थी। इस दौरान करीब 60 इकाइयों का मौका-मुआयना किया गया, जिनमें से 56 औद्योगिक इकाइयों के हवा-पानी से जुड़े प्रदूषण मानक सही पाए गए। वहीं, 4 इकाइयों को दोषी पाया गया, जिनके खिलाफ एयर व वाटर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। इस पर सोनी ने चड्ढा शूगर मिल हादसे का जिक्र करते हुए भविष्य में हादसे की संभावना पर ठोस एहतियाती कदम उठाने की बात कही।


मोहाली-पठानकोट में बनेंगे एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन
वायु प्रदूषण की जांच के लिए मोहाली और पठानकोट में भी एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। बैठक में बताया गया कि 8 जगह स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं। इस कड़ी में 54 जगह सतही पानी की मॉनीटरिंग और 46 जगह भू-जल की मॉनीटरिंग का कार्य शुरू किया जा रहा है। वहीं प्लास्टिक पर अंकुश लगाने के लिए कैरी बैग का इस्तेमाल बंद कर दिया गया है। पैकिंग के लिए इस्तेमाल प्लास्टिक का उपयोग सड़क निर्माण व तेल निकालने में होगा। इसका ट्रायल कर लिया है, अब तक संतोषजनक नतीजे सामने आए हैं।

Vatika