तरनतारन ब्लास्टः विस्फोटक तक पहुंचने को पिलर पर अंग्रेजी में ‘G’ लिखकर लगाई थी निशानी

punjabkesari.in Sunday, Sep 08, 2019 - 09:22 AM (IST)

तरनतारन(रमन): गांव पंडोरी गोला में गत बुधवार की रात करीब 8.30 बजे हाई एक्सप्लोसिव बम ब्लास्ट की जांच में पुलिस 3 दिन बाद भी किसी खास नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। विभिन्न जांच एजैंसियों की मदद से कई सिख संगठनों और अन्य गर्म ख्याली दलों के सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया हैं। उनकी गतिविधियों और बैंक खातों की बारीकी से जांच करते हुए मुख्य सरगनों तक पहुंचने की कोशिश में लगी हुई है। 

पिलर पर लगाई गई निशानी पर पुलिस का नहीं गया ध्यान
गौर हो कि धमाके वाली जगह पर रखे विस्फोटक तक पहुंचने के लिए आरोपियों ने एक सीमैंट के पिलर पर निशानी लगाई थी जो पुलिस के ध्यान में नहीं आई।इस मामले में फरार हरजीत सिंह पुत्र हरदेव सिंह निवासी पंडोरी गोला के गर्म खयालियों से संबंध के शक में पुलिस उसके माता-पिता को हिरासत में ले चुकी है। हरजीत सिंह और जख्मी गुरजंट सिंह के घरों में सन्नाटा पसरा हुआ है। उनके रिश्तेदार भी अपने घरों से फरार हैं और उनके पशु भूख से बेहाल हो रहे हैं। 


 
पिलर पर लिखे G का मतलब हो सकता है गुरजंट या ग्रेनेड 
वहीं घटना वाली जगह के पास सड़क किनारे जमीन में दबाई गई सीमैंट की बुर्जी पर ताजा पेंट किया गया था और इसके सामने मौजूद एक खंभे पर अंग्रेजी में ‘जी’ लिखा हुआ है। इसका मतलब गुरजंट या ग्रेनेड और रात को जमीन में दबाए विस्फोटक तक आसानी से पहुंचने के लिए निशानी लगाना भी हो सकता है। पुलिस ने इस जगह की जांच कर ली है, लेकिन इसके आसपास कुछ और भी खाली प्लाट हैं, जिनकी जांच नहीं की गई है जो एक बड़ा सवाल है। 

घायल गुरजंट से अभी तक नहीं मिल सका कोई सुराग
गुरजंट सिंह के गंभीर जख्मी होने के कारण पुलिस को उससे कोई सुराग हासिल करने में परेशानी हो रही है। सूत्रों के अनुसार हरजीत सिंह के ग्रामीण बैंक तरनतारन में मौजूद खाते में किसी की ओर से मोटी फंडिंग की गई है। वहीं पुलिस द्वारा रोज गर्म खयाली, गतका पार्टी और अन्य जत्थेबंदियों के 20 से 25 लोगों को हिरासत में लेकर फोन कालों से लेकर बैंक खातों और जमीन जायदाद की बारीकी से जांच की जा रही है।

क्या कहना है एस.एस.पी. का
इस धमाके का खुलासा जल्द कर दिया जाएगा।पूरी टीम तेजी से काम कर रही है। इस मामले में किसी को नाजायज नहीं फंसाया जाएगा, पर इसकी तह तक जाने में कुछ समय लगेगा।  -ध्रुव दहिया,एस.एस.पी. 

swetha