कैप्टन सरकार अपने खिलाफ फैल रहे जनाक्रोश से डर कर रैली की आज्ञा नहीं दे रही है : तरुण चुघ

punjabkesari.in Saturday, Sep 15, 2018 - 09:38 AM (IST)

चंडीगढ़(ब्यूरो): भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री तरुण चुघ ने शिरोमणि अकाली दल की फरीदकोट में होने जा रही पोल खोल रैली को कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार द्वारा रद्द किए जाने की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन के इस कदम को गैर-लोकतांत्रिक बताते हुए इस कुकृत्य को लोकतंत्र की हत्या व अपहरण बताया व इसकी पुरजोर निंदा की।

चुघ ने कैप्टन सरकार के प्रशासन द्वारा अकाली दल की रैली से कानून व्यवस्था भंग होने की आशंका पर हल्ला बोलते हुए कहा कि जब पूरे पंजाब में जिला परिषद, ब्लाक समिति व पंचायत के चुनाव निष्पक्ष, अमन-शांति से करवाने का दावा किया जा रहा है तब प्रमुख विपक्षी दल की रैली करवाने से कैप्टन सरकार को डर क्यों लगने लगा है? उन्होंने कहा कि गत विधानसभा के सत्र में कांग्रेस के इशारे पर विधानसभा के स्पीकर ने गोलीकांड के मुद्दे पर अकाली दल को 17 मिनट व भाजपा को तीन मिनट में अपना पक्ष रखने की पाबंदी लगा कर दोनों दलों को कार्रवाई का बायकाट करने के लिए बाध्य करके कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के सदस्यों को 10 घंटों तक एकतरफा पक्ष रखने की गैर-लोकतांत्रिक मर्यादा कायम की थी। 

चुघ ने कहा कि फरीदकोट रैली के माध्यम से विपक्षी दल पंजाब की जनता के सामने उपरोक्त मुद्दों पर अपना विस्तृत पक्ष रखना चाहते थे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित रैली की सफलता व जस्टिस रणजीत सिंह कमिशन की रिपोर्ट के झूठ का पर्दाफाश हो जाने के भय से भयभीत कैप्टन सरकार ने फरीदकोट रैली पर प्रतिबंध लगा कर न केवल लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी को रौंदा है बल्कि अपने 17 महीने के शासनकाल में पंजाब की जनता से की गई वायदाखिलाफी की पोल खुलने से भी बचने का काम किया है। चुघ ने कहा कि पंजाब की जनता कैप्टन सरकार की विफलताओं का मुंह तोड़ जवाब देने का मन बना चुकी है व 2019 के चुनावों में पंजाब की सभी लोकसभा सीटों पर कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना अब तय हो गया है।

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