टैक्स-टाइग्रेस हरदीप कौर भावरा अमृतसर रेंज में तैनात

punjabkesari.in Tuesday, Apr 28, 2020 - 08:52 PM (IST)

अमृतसर (इन्द्रजीत): टैक्स माफिया के लिए यह खबर शायद खुशगवार ना होगी कि एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग मे टैक्स-टाईग्रेस के नाम से विख्यात सहायक कमिश्नर मैडम हरदीप कौर भावरा को अमृतसर रेंज में तैनात कर दिया गया है वह चंद दिनों में अपना चार्ज संभाल लेगी l भावरा की नियुक्ति को लेकर एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के क्षेत्रों में काफी गंभीर चर्चा की स्थिति बनी हुई है क्योंकि टैक्स माफिया को घेरने के लिए  विभाग का मैडम हरदीप कौर को नियुक्त करना एक नया पैंतरा माना जा रहा है l  भावरा का पुराना रिकॉर्ड बताता है कि ना तो उसने परिस्थितियों के सामने समझौता किया और ना टैक्स चोरी करने वालों के सामने सरेंडर किया जैसा कि सेल टैक्स विभाग के अधिकतर लोगों का रिकॉर्ड बता रहा है l अपने सख्त रवैया के कारण भावरा वर्षों तक खुड्डे-लाइन और अज्ञातवास तक की स्थिति में रही है लेकिन वर्तमान समय में जहां पर विभाग आर्थिक परिस्थितियों में जूझ रहा है वहां पर रेवेन्यू के लिए ऐसे अधिकारी की अत्यधिक आवश्यकता समझी जा रही है l

लोहे सक्रैप का कारोबार जिसमें टैक्स चोरी वर्षों से रुकने का नाम नहीं ले रही l वर्तमान समय में कर्फ्यू के दिनों तक यह काम निर्बाध चलता आ रहा है l विभाग के अधिकारी अमृतसर से मंडी गोविंदगढ़ तक कई जाल फैलाकर तरह-तरह के पैंतरे बदल कई पापड़ बेल चुके हैं l स्टाफ का बड़ा जखीरा सड़कों पर होता रहा है लेकिन टैक्स माफ़िया बेधड़क काम कर रहा है l अब नए घटनाक्रम में  ऑडिट विभाग के अधिकारी माल भेजने के लिए प्रयुक्त किए गए बिलो के रिकॉर्ड का मिलान करके टैक्स माफ़िया को ग्रसने का काम करेंगे जिसमें मैडम भावरा काफी सक्षम अधिकारी मानी जाती है क्योंकि उनकी जिम्मेदारी भी अब ऑडिट विभाग में लगाई जा रही है l मौजूदा समय में पूरे पंजाब से टैक्सेशन विभाग को लोहे और स्क्रैप के कारोबार में 5 हजार करोड़ रुपया रेवेन्यू मिलना चाहिए लेकिन इससे तीसरा हिस्सा भी विभाग को नहीं मिल रहा l


अमृतसर में सख्ती के कारण हुई थी तब्दीली
गठबंधन सरकार के समय में वर्ष 2015-16 के बीच अमृतसर में सोने की तस्करी रोकने को लेकर इस महिला अधिकारी ने धुरंधर छापेमारी की और स्वर्ण तस्करों में त्राहि-त्राहि मच गई l इससे सरकार का रेवेन्यू बढ़ा वहीं विभाग को प्रशंसा भी मिली इसी  कारण उक्त अधिकारी को टैक्स टाइग्रेस कहा जाने लगा जबकि  सरकार की तरफ से प्रोत्साहन मिला l लेकिन राजनीतिक तौर पर विरोध होने लगा और इसमें एक अन्य  महिला अधिकारी की  निगेटिव भूमिका निकली  जिससे  हरदीप कौर भावरा को  मोबाइल विंग की बजाय दूसरे प्रभाग में लगा दिया गया जहां पर कोई एक्टिविटी नहीं थी l अमृतसर के कार्यकाल में करोड़ों रुपए का टैक्स रिफंड घोटाले का पर्दाफाश किया व कई अधिकारी सरकार की गिरफ्त में भी आए और कई दूसरे अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए थे लेकिन इसी बीच महिला अधिकारी भावरा की बदली हो गई थी जिसे अब दोबारा अमृतसर में तैनात किया गया है l

Edited By

Tania pathak